भेंट की विशाल सजावटी राखी
मंचेरियल। एथिक अकादमी के विद्यार्थियों ने स्थानीय पुलिस अधिकारियों को राखी बाँधकर उन्हें समाज के सच्चे रक्षक के रूप में सम्मान देते हुए रक्षाबंधन (Raksha Bandhan) का त्यौहार सार्थक तरीके से मनाया। यह समारोह स्कूल परिसर में आयोजित किया गया। छात्राओं ने इस अवसर पर उपस्थित सब-इंस्पेक्टर मज़ारुद्दीन और हेड कांस्टेबल (Head Constable) दिवाकर को राखी बांधी। उन्होंने रविवार को होने वाले इस उत्सव से पहले पूरे मंचेरियल पुलिस स्टेशन को सामूहिक आभार व्यक्त करने के लिए एक विशाल सजावटी राखी भी तैयार की और भेंट की।
हर दिन अपनी जान जोखिम में डालकर करते हैं रक्षा
अकादमी के निदेशक, चरण रेड्डी ने कहा कि इस कार्यक्रम का उद्देश्य छात्रों में उन लोगों के प्रति गहरा सम्मान जगाना है जो जनता की सुरक्षा और कल्याण के लिए अपना जीवन समर्पित करते हैं। उन्होंने कहा, ‘अपने पुलिस अधिकारियों को राखी बांधकर, हम अपने समाज के उन रक्षकों का सम्मान कर रहे हैं जो हर दिन अपनी जान जोखिम में डालकर हमारी रक्षा करते हैं।’

रक्षाबंधन की शुरुआत कैसे हुई थी?
इस पर्व की शुरुआत प्राचीन काल से मानी जाती है, जब बहनें भाइयों की रक्षा के लिए धागा बांधती थीं। ऐतिहासिक संदर्भ में इसे विभिन्न कथाओं से जोड़ा गया है, जैसे द्रौपदी और कृष्ण की कहानी तथा चित्तौड़ की रानी कर्मावती और हुमायूँ की घटना।
रक्षाबंधन की असली कहानी क्या है?
लोकप्रिय कथा के अनुसार, द्रौपदी ने श्रीकृष्ण की उंगली कटने पर अपने आंचल से कपड़ा फाड़कर बांधा था। कृष्ण ने इसके बदले उनकी रक्षा का वचन दिया। यह घटना भाई-बहन के प्रेम और सुरक्षा के प्रतीक के रूप में रक्षाबंधन की मूल भावना मानी जाती है।
रक्षाबंधन मनाने का मुख्य कारण क्या है?
यह त्योहार भाई-बहन के अटूट संबंध, प्रेम और सुरक्षा के वचन का प्रतीक है। बहन भाई की लंबी उम्र और खुशहाली की कामना करती है, जबकि भाई उसकी रक्षा का संकल्प लेता है। यह पर्व पारिवारिक संबंधों को मजबूत करने का अवसर भी प्रदान करता है।
Read Also : Reservation : पिछड़े वर्गों को धोखा दे रही है कांग्रेस : केटीआर