Hindi News: स्कूल टीचर की क्रूरता: बच्ची की खोपड़ी फ्रैक्चर, मां भी उसी स्कूल में पढ़ाती हैं – आंध्र प्रदेश में हादसा

By Vinay | Updated: September 18, 2025 • 11:41 AM

चित्तूर, 18 सितंबर 2025: आंध्र प्रदेश (Andhra Pradesh) के चित्तूर जिले में एक स्कूल (School) में हुई दिल दहला देने वाली घटना ने अभिभावकों और शिक्षाविदों में आक्रोश की लहर पैदा कर दी है। एक हिंदी टीचर ने छठवीं कक्षा की मासूम छात्रा के सिर पर स्कूल बैग से ऐसा मारा कि बच्ची की खोपड़ी फ्रैक्चर हो गई। चौंकाने वाली बात यह है कि बच्ची की मां खुद उसी स्कूल में साइंस टीचर हैं। परिवार ने आरोपी टीचर और स्कूल प्रिंसिपल के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है, जबकि पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है

घटना का पूरा विवरण

घटना चित्तूर जिले के एक प्राइवेट स्कूल में घटी। छठवीं कक्षा की छात्रा सात्विका नागश्री क्लास में कुछ शरारत कर रही थी। इस पर हिंदी टीचर सलीमा बाशा गुस्से से लाल हो गईं। उन्होंने छात्रा के सिर पर अपना बैग दे मारा, जिसमें स्टील का लंच बॉक्स भी था। वार इतना जोरदार था कि सात्विका को तुरंत सिरदर्द और चक्कर आने लगे। शुरू में चोट को मामूली समझा गया, लेकिन बाद में पता चला कि बच्ची की खोपड़ी में गंभीर फ्रैक्चर हो गया है।

परिवार के अनुसार, टीचर ने बच्ची को बुरी तरह पीटा, जिससे वह बेहोश होने की कगार पर पहुंच गई। सात्विका की मां, जो उसी स्कूल में साइंस पढ़ाती हैं, को जब यह बात पता चली तो वे सदमे में आ गईं। उन्होंने बताया, “मुझे लगा कि बस मामूली चोट है, लेकिन बच्ची के सिरदर्द की शिकायत बढ़ने लगी। हमने कई अस्पतालों का चक्कर लगाया, लेकिन बेंगलुरु के एक प्राइवेट अस्पताल में सीटी स्कैन से फ्रैक्चर की पुष्टि हुई।”

बेंगलुरु में भर्ती, हालत नाजुक

चोट इतनी गंभीर थी कि सात्विका को तुरंत बेंगलुरु के एक निजी अस्पताल में एडमिट कराना पड़ा। डॉक्टरों ने सीटी स्कैन के बाद खोपड़ी में फ्रैक्चर की पुष्टि की और इलाज शुरू किया। बच्ची की हालत अभी गंभीर बताई जा रही है। परिवार ने बताया कि अगर समय पर इलाज न मिला होता, तो जान का खतरा भी हो सकता था। यह घटना न सिर्फ बच्ची के लिए, बल्कि पूरे परिवार के लिए सदमा बन गई है।

मां का दर्द: ‘अपने ही स्कूल में बेटी को…’

सात्विका की मां ने भावुक होकर कहा, “मैं खुद उसी स्कूल में टीचर हूं, फिर भी मेरी बेटी को ऐसा सलूक मिला। टीचर का गुस्सा बच्चों पर उतारना कहां की मानसिकता है? हम न्याय चाहते हैं।” मां ने स्कूल प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाया और कहा कि घटना के बाद स्कूल ने कोई सहयोग नहीं किया। परिवार ने आरोपी टीचर सलीमा बाशा और प्रिंसिपल के खिलाफ तत्काल कार्रवाई की मांग की है।

पुलिस एक्शन: FIR दर्ज, जांच तेज

परिवार की शिकायत पर पुंगनूर पुलिस ने तुरंत मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस ने बताया कि क्लास में शरारत करने पर टीचर ने गुस्से में यह कदम उठाया, लेकिन मारपीट की हद पार कर दी। एसपी चित्तूर ने कहा, “हम जांच कर रहे हैं। आरोपी टीचर को जल्द गिरफ्तार किया जाएगा। स्कूल की सुरक्षा व्यवस्था पर भी नजर रखी जा रही है।” पुलिस ने स्कूल बैग और अन्य साक्ष्यों को जब्त कर लिया है।

स्कूल की चुप्पी: कोई बयान नहीं

स्कूल प्रशासन की ओर से अभी तक कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। अभिभावकों का कहना है कि स्कूल बच्चों की सुरक्षा को लेकर गंभीर नहीं है। इस घटना ने पूरे जिले के स्कूलों में सुरक्षा के मुद्दे को फिर से उठा दिया है। विशेषज्ञों का मानना है कि शिक्षकों को प्रशिक्षण की जरूरत है ताकि गुस्से को काबू में रख सकें।

व्यापक प्रभाव: बच्चों की सुरक्षा पर सवाल

यह घटना आंध्र प्रदेश में स्कूलों की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर रही है। पिछले कुछ महीनों में ऐसी कई घटनाएं सामने आई हैं, जहां टीचर्स पर मारपीट के आरोप लगे हैं। अभिभावक संगठनों ने मांग की है कि राज्य सरकार सख्त कानून बनाए और स्कूलों में CCTV कैमरे अनिवार्य करे। सात्विका के परिवार ने कहा, “हम लड़ेंगे, ताकि कोई अन्य बच्चा इस दर्द से न गुजरे।”

वर्तमान में सात्विका का इलाज चल रहा है और पुलिस जांच तेज है। क्या आरोपी टीचर को सजा मिलेगी? आने वाले दिनों में इसका जवाब मिलेगा।

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