व्यापक अभियान में मिले हैं अहम सबूत
हैदराबाद: साइबराबाद (Cyberabad) पुलिस ने सनसनीखेज चंदनगर खजाना ज्वैलर्स डकैती मामले में संदिग्धों की तलाश तेज कर दी है। व्यापक अभियान में अहम सबूत मिले हैं जिनसे पता चलता है कि यह अपराध बिहार (Bihar) के एक गिरोह ने किया था। पुलिस टीमों ने कथित तौर पर संदिग्धों की पहचान कर ली है और तकनीकी तथा परिस्थितिजन्य साक्ष्यों के आधार पर उनकी तस्वीरें प्राप्त कर ली हैं।
बीदर से गिरफ्तार किए गए हैं दो संदिग्ध
दो संदिग्धों को बीदर से गिरफ्तार कर लिया गया है, जबकि एक अन्य को महाराष्ट्र के पुणे से गिरफ्तार किया गया है। गिरफ्तार आरोपी से स्थानीय पुलिस थानों में पूछताछ की जा रही है। हालाँकि, स्थानीय पुलिस ने अभी तक गिरफ्तारी की आधिकारिक पुष्टि नहीं की है। विश्वसनीय जानकारी के अनुसार, गिरोह लगभग एक महीने पहले हैदराबाद पहुँचा था और शहर के बाहरी इलाके जगदगिरिगुट्टा में एक मकान किराए पर लिया था। वे डकैती की योजना बनाते हुए एक स्थानीय कांच निर्माण इकाई में काम कर रहे थे। पुलिस के अनुसार, संदिग्धों ने रोज़ाना आभूषण की दुकान की टोह ली और अपराध के लिए इस्तेमाल के लिए दोपहिया वाहन खरीदे। सीसीटीवी फुटेज में कैद वाहनों के रजिस्ट्रेशन नंबरों ने संदिग्धों तक पहुँचने में अहम भूमिका निभाई।

डकैती की परिभाषा क्या है?
वह अपराध है जिसमें पाँच या उससे अधिक लोग मिलकर किसी व्यक्ति या स्थान से ज़बरदस्ती धन, संपत्ति या कीमती सामान छीनते हैं, और इसमें हिंसा या हिंसा की धमकी शामिल होती है।
डकैती क्या है?
यह संगठित आपराधिक कृत्य है जिसमें अपराधी समूह सामूहिक रूप से हमला करके संपत्ति पर कब्जा करता है, अक्सर हथियारों का प्रयोग भी होता है।
डकैती क्या होती है?
ऐसी घटना जिसमें कई लोग मिलकर बलपूर्वक और अवैध रूप से किसी का माल या पैसा ले जाते हैं, और पीड़ित को भय या चोट पहुँचाते हैं।
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