Share Market में FPI की वापसी, निवेशकों को राहत मई में ₹35,000 करोड़ की जबरदस्त शॉपिंग
भारतीय Share Market में एक बार फिर जान आ गई है। विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (FPI) ने मई 2025 में लगभग ₹35,000 करोड़ की भारी-भरकम खरीदारी की है। यह खबर उन निवेशकों के लिए राहत भरी है जो लंबे समय से बाजार में स्थिरता की उम्मीद लगाए बैठे थे। Share Market में आई इस तेजी से सेंसेक्स और निफ्टी दोनों में अच्छा उछाल देखने को मिला है।
क्यों अहम है Share Market में FPI की वापसी?
Foreign Portfolio Investors (FPI) की ओर से किया गया निवेश सीधे Share Market की दिशा तय करता है। जब विदेशी निवेशक बाजार में पैसा लगाते हैं, तो इससे कई सकारात्मक संकेत मिलते हैं:

- भारत की अर्थव्यवस्था पर भरोसा बढ़ता है
- रुपये में स्थिरता आती है
- शेयर बाजार में तेजी आती है
- निवेशकों की भावनाएं मजबूत होती हैं
किन सेक्टर्स में हुई FPI की खरीदारी?
मई महीने में FPI ने विशेष रूप से निम्नलिखित क्षेत्रों में निवेश किया:
- Banking और Financial Services
- Information Technology (IT)
- Infrastructure और Capital Goods
- Auto और Energy सेक्टर
इन क्षेत्रों में मजबूत प्रदर्शन से Share Market में उत्साह देखने को मिला।
एक्सपर्ट्स की राय
दिलीप भट्ट (शेयर मार्केट एनालिस्ट):
“FPI का बाजार में लौटना इस बात का संकेत है कि भारत अब फिर से वैश्विक निवेशकों की नजर में सुरक्षित और आकर्षक गंतव्य बन चुका है।”
मोतीलाल ओसवाल रिपोर्ट:
“शेयर बाज़ार में बढ़त की मुख्य वजहें हैं—महंगाई में कमी, स्थिर ब्याज दरें और मजबूत क्वार्टरली नतीजे।”
निवेशकों के लिए क्या है अवसर?
यदि आप नए निवेशक हैं या पहले से निवेश कर रहे हैं, तो यह समय शेयर बाज़ार में एंट्री के लिए अनुकूल माना जा सकता है। कुछ सुझाव:
- मजबूत फंडामेंटल वाले स्टॉक्स में निवेश करें
- लॉन्ग टर्म पर्सपेक्टिव रखें
- बाजार की गिरावट से घबराएं नहीं
- निवेश को अलग-अलग सेक्टर में वितरित करें

आगे क्या रहेगा ट्रेंड?
विशेषज्ञों का मानना है कि यदि राजनीतिक और आर्थिक स्थिरता बनी रहती है, तो आने वाले महीनों में शेयर बाज़ार और ऊंचाई छू सकता है। विदेशी निवेशक फिर से भारत में लंबे समय तक निवेश करने को तैयार हैं।
- मई में ₹35,000 करोड़ का निवेश कर FPI ने की वापसी
- Banking, IT और Infra सेक्टर रहे आकर्षण का केंद्र
- Share Market में तेजी से निवेशकों को राहत
- निवेश के लिए अनुकूल माहौल
- आगे भी बनी रह सकती है तेजी