संसद के मानसून सत्र 2025 का पहला दिन, 21 जुलाई, राज्यसभा (Rajysabha) में हंगामे और तीखी बहस के साथ शुरू हुआ। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा के बीच पहलगाम आतंकी हमले और ऑपरेशन सिंदूर को लेकर जोरदार तकरार देखने को मिली।
क्या हुआ आज?
संसद का मानसून सत्र आज, 21 जुलाई 2025 को शुरू हुआ, और पहले दिन राज्यसभा में विपक्ष ने सरकार को कठघरे में खड़ा किया। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने नियम 267 के तहत नोटिस देकर पहलगाम आतंकी हमले और ऑपरेशन सिंदूर पर तत्काल चर्चा की मांग की। खरगे ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, “22 अप्रैल 2025 को पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 लोग मारे गए। जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने इसे खुफिया चूक माना।
सरकार बताए कि आतंकी क्यों नहीं पकड़े गए? ऑपरेशन सिंदूर की सच्चाई क्या है?” खरगे ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के उस दावे का भी जिक्र किया, जिसमें उन्होंने भारत-पाक युद्धविराम में मध्यस्थता का श्रेय लिया। उन्होंने सवाल उठाया, “सरकार इस पर चुप क्यों है? क्या हमारी विदेश नीति कमजोर पड़ रही है?”
नड्डा का जवाब:
बीजेपी अध्यक्ष और राज्यसभा में नेता जेपी नड्डा ने खरगे के आरोपों का करारा जवाब दिया। उन्होंने कहा, “ऑपरेशन सिंदूर भारत के इतिहास में अभूतपूर्व है। 6-7 मई की रात को 25 मिनट में भारतीय वायुसेना ने 9 आतंकी ठिकानों को नष्ट कर 100 से अधिक आतंकियों को मार गिराया। यह हमारी सैन्य ताकत का प्रतीक है।” नड्डा ने विपक्ष पर तथ्यों को तोड़ने-मरोड़ने का आरोप लगाया और कहा, “पहलगाम हमले में शहीदों के परिवारों ने ऑपरेशन सिंदूर का समर्थन किया। यह उनके लिए न्याय था। सरकार हर मुद्दे पर नियमों के तहत चर्चा को तैयार है।”
हंगामे का माहौल:
खरगे ने जोर देकर कहा कि सरकार को खुफिया चूक और ऑपरेशन सिंदूर की पारदर्शी जानकारी देनी चाहिए। विपक्षी सांसदों की नारेबाजी के बीच राज्यसभा की कार्यवाही दोपहर 12 बजे तक स्थगित कर दी गई। विपक्ष ने बिहार में SIR और ट्रंप के दावों पर भी चर्चा की मांग की, जिस पर नड्डा ने नियमों के तहत विचार का आश्वासन दिया।
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