कलेक्टर के निर्देश पर हुई कार्रवाई
संगारेड्डी। कलेक्टर पी प्रवीण्या ने संगारेड्डी शहर (City) के पास पोथिरेड्डीपल्ली जंक्शन पर स्थित जिला सहकारी और विपणन समिति (डीसीएमएस) द्वारा संचालित एक उर्वरक की दुकान को जब्त कर लिया, क्योंकि उन्हें पता चला कि प्रबंधन अधिकतम खुदरा मूल्य (MRP) से अधिक कीमत पर यूरिया बेच रहा था। यह दुकान संगारेड्डी कलेक्ट्रेट और ग्रामीण पुलिस स्टेशन से बस कुछ ही दूरी पर स्थित है। एक नियमित निरीक्षण के दौरान, कलेक्टर ने दुकान से यूरिया खरीदने वाले किसानों का रजिस्टर देखा और रिकॉर्ड में दर्ज नंबर पर एक किसान को फ़ोन किया।
अधिक कीमत वसूलने वालों पर होगी कार्रवाई
किसान ने बताया कि उससे यूरिया के एक बैग के लिए अधिकतम खुदरा मूल्य से ज़्यादा पैसे लिए गए। इसे गंभीरता से लेते हुए प्रवीण्या ने तुरंत अधिकारियों को दुकान सीज करने के निर्देश दिए। उन्होंने चेतावनी दी कि सरकार यूरिया या अन्य उर्वरकों को अधिकतम खुदरा मूल्य से अधिक कीमत पर बेचने वाले उर्वरक विक्रेताओं के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेगी।
यूरिया क्या है?
रासायनिक रूप से यूरिया एक नाइट्रोजन युक्त यौगिक है, जिसे मुख्यतः उर्वरक के रूप में उपयोग किया जाता है। यह सफेद रंग का दानेदार पदार्थ होता है और पौधों की वृद्धि के लिए आवश्यक नाइट्रोजन की आपूर्ति करता है।
यूरिया का मुख्य कार्य क्या है?
मिट्टी में नाइट्रोजन की पूर्ति करके पौधों की वृद्धि को तेज़ करना इसका प्रमुख कार्य है। यूरिया फसल की उपज बढ़ाता है, पत्तियों को हरा और मजबूत बनाता है, जिससे पौधा स्वस्थ व उत्पादक होता है।
भारत में यूरिया कहाँ से आता है?
भारत में यूरिया का उत्पादन घरेलू उर्वरक संयंत्रों जैसे इफको, एनएफएल, आरसीएफ आदि द्वारा किया जाता है। आवश्यकता से अधिक की पूर्ति हेतु कुछ यूरिया कतर, चीन और ओमान जैसे देशों से आयात भी किया जाता है।
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