हरमन, दीप्ति के घरों में दिवाली
स्पोर्ट्स डेस्क: भारत की महिला वनडे वर्ल्ड कप में ऐतिहासिक जीत के बाद पूरे देश में जश्न(Celebrations) मनाया जा रहा है। कप्तान हरमनप्रीत कौर के शहर मोगा में ढोल-नगाड़ों की थाप पर लोगों ने पटाखे जलाए और मिठाई बांटी। उनके कोच कमलदीश सिंह सोढ़ी(Kamaldish Singh Sodhi) ने इसे “सारी जिंदगी की मेहनत सफल” होना बताया। उधर, आखिरी विकेट लेने वाली दीप्ति शर्मा के लखनऊ(Lucknow) और आगरा स्थित घरों के बाहर देर रात तक ‘इंडिया-इंडिया’ के नारे और आतिशबाजी होती रही। दीप्ति की माँ ने भावुक होकर कहा कि भारत की बेटियों ने उनका सम्मान रखा और उनकी तपस्या सफल हुई है।
रोहतक से शिमला तक जश्न की गूंज
जीत का जश्न(Celebrations) सिर्फ बड़े शहरों तक सीमित नहीं रहा। रोहतक में शेफाली वर्मा के घर पर भी खुशी का माहौल था, हालाँकि उनके दादा संतलाल ने कहा कि शुरुआत में टूर्नामेंट में उनके शामिल न होने से थोड़ी मायूसी थी। वहीं, मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले के घुवारा गांव में क्रांति गौड़ के घर के बाहर गांव वालों ने नाच-गाना किया और मिठाई बांटी। हिमाचल प्रदेश के शिमला के पारसा गांव में रेणुका ठाकुर की माँ सुनीता भावुक हो गईं और कहा कि बेटी ने अपने पिता का सपना पूरा किया है।
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अमनजोत का विशेष स्वागत और टीम का हौसला
जिस कैच ने मैच का रुख पलटा, उसे पकड़ने वाली अमनजोत कौर के मोहाली स्थित घर में उनके स्वागत की विशेष तैयारी चल रही है। उनकी माँ ने बताया कि अमनजोत को मिठाई पसंद नहीं है, इसलिए वे उसके पसंदीदा राजमा-चावल बनाकर और फूलों की मालाएँ पहनाकर चैंपियन बेटी का स्वागत करेंगी। यह जीत दर्शाती है कि देश में क्रिकेट के प्रति दीवानगी और महिला खिलाड़ियों का सम्मान अब हर घर तक पहुँच रहा है।
दीप्ति शर्मा की माँ ने भारत की बेटियों की जीत पर क्या प्रतिक्रिया दी?
दीप्ति शर्मा की माँ भावुक हो उठीं और उन्होंने कहा कि भारत की बेटियों ने उनका सम्मान रखा है और उनकी तपस्या सफल हुई है। आखिरी विकेट दीप्ति शर्मा ने ही लिया था, जिसके बाद उनके शहर लखनऊ और आगरा में देर रात तक आतिशबाजी(Celebrations) होती रही।
मोहाली में अमनजोत कौर के स्वागत की क्या खास तैयारी की गई है?
मोहाली में अमनजोत कौर के परिवार ने उनके स्वागत के लिए उनके पसंदीदा व्यंजन राजमा-चावल बनाने का फैसला किया है। उनकी माँ ने बताया कि उन्हें मिठाई पसंद नहीं है, इसलिए उसके पसंदीदा खाने और फूलों की मालाओं से चैंपियन बेटी का स्वागत किया जाएगा।
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