मुंबई । भारतीय क्रिकेट टीम के भरोसेमंद बल्लेबाज़ चेतेश्वर पुजारा (Cheteshwar Pujara) ने क्रिकेट के सभी प्रारूपों से संन्यास ले लिया है। पुजारा ने कहा कि उनका यह फैसला पूरी तरह से युवाओं को घरेलू क्रिकेट में मौका देने के उद्देश्य से लिया गया है।
अचानक लिया संन्यास का फैसला
पुजारा ने रविवार को संन्यास की घोषणा कर सभी को चौंका दिया। उन्होंने बताया कि यह योजना पिछले एक सप्ताह से चल रही थी। अपने इस निर्णय पर उन्होंने परिवार और सीनियर खिलाड़ियों से चर्चा की थी। पुजारा ने कहा – “मैं पिछले कुछ सालों से टीम इंडिया (Team India) से बाहर हूं और घरेलू क्रिकेट खेल रहा हूं। मुझे लगा अब सही समय है कि युवा खिलाड़ियों के लिए जगह खाली कर दी जाए।”
टेस्ट क्रिकेट में शानदार करियर
पुजारा ने भारत के लिए 103 टेस्ट मैच खेले और इस दौरान 43.60 की औसत से 7195 रन बनाए। वह भारत की ओर से सबसे अधिक रन बनाने वाले बल्लेबाज़ों की सूची में आठवें स्थान पर हैं। उनके नाम 19 शतक और 35 अर्धशतक दर्ज हैं।
कठिन परिस्थितियों में टीम के आधार स्तंभ
पुजारा को अक्सर ‘नई दीवार’ कहा गया। राहुल द्रविड़ के संन्यास के बाद वे मुश्किल परिस्थितियों में भारतीय टीम को संभालने वाले प्रमुख बल्लेबाज़ बने। विशेष रूप से 2018 और 2021 के ऑस्ट्रेलिया दौरे पर उनकी पारियों ने भारत की ऐतिहासिक जीत में अहम योगदान दिया।
प्रथम श्रेणी क्रिकेट और अन्य योगदान
टेस्ट करियर के अलावा, पुजारा ने प्रथम श्रेणी क्रिकेट में भी शानदार प्रदर्शन किया और 21301 रन बनाए। भारतीय टीम से बाहर रहने के दौरान उन्होंने कमेंट्री (Commentray) की ओर भी कदम बढ़ाया और भारत-इंग्लैंड सीरीज की प्रसारण टीम का हिस्सा बने।
क्या चेतेश्वर पुजारा रिटायर हुए?
चेतेश्वर पुजारा ने भारतीय क्रिकेट के सभी प्रारूपों से संन्यास की घोषणा की । अनुभवी बल्लेबाज चेतेश्वर पुजारा ने रविवार को भारतीय क्रिकेट के सभी प्रारूपों से संन्यास की घोषणा की, जिससे टेस्ट क्रिकेट में लंबे समय तक बल्लेबाजी करने वाले उनके विशिष्ट करियर का अंत हो गया।
54 गेंदों में एक रन किसने बनाया?
पुजारा ने 1 रन तक पहुँचने के लिए सबसे ज़्यादा गेंदों का राहुल द्रविड़ का रिकॉर्ड तोड़ा। चेतेश्वर पुजारा ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टेस्ट क्रिकेट में अपना खाता खोलने के लिए 54 गेंदें लीं।
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