नई दिल्ली। एशिया कप राइजिंग स्टार्स (Asia Cup Rising Stars) में इंडिया-ए की ओर से खेलते हुए समस्तीपुर के 14 वर्षीय क्रिकेटर वैभव सूर्यवंशी ने अपनी विस्फोटक बल्लेबाजी से पूरे देश का ध्यान खींच लिया है। महज 14 साल की उम्र में 42 गेंदों पर 144 रन बनाने का कारनामा किसी भी युवा खिलाड़ी के लिए आसान नहीं होता, लेकिन वैभव ने इसे कर दिखाया। अपनी पारी में उन्होंने 15 छक्के और 11 चौके जड़े और यूएई के गेंदबाजों को पूरी तरह मात दी। इससे पहले, आईपीएल 2025 में राजस्थान रॉयल्स (Rajasthan Royals) की ओर से खेलते हुए उन्होंने गुजरात के खिलाफ 35 गेंद में शतक लगाकर भी अपने हुनर का प्रदर्शन किया था।
समस्तीपुर में जश्न का माहौल, बच्चों के लिए बने प्रेरणा
वैभव की यह सफलता न सिर्फ उनकी व्यक्तिगत उपलब्धि है, बल्कि समस्तीपुर जिले के लिए भी गर्व की बात बन गई है। उनकी इस असाधारण पारी के बाद समस्तीपुर में उत्साह का माहौल है। स्थानीय लोग वैभव को केवल एक क्रिकेटर नहीं, बल्कि आने वाली पीढ़ी के लिए प्रेरणा मान रहे हैं। जिले के युवा खिलाड़ी इस उपलब्धि से बेहद प्रभावित हैं और कहते हैं कि अपने ही जिले का बच्चा अंतरराष्ट्रीय मंच पर नाम कमा रहा है, यह गर्व और प्रेरणा का कारण है।
मेहनत और समर्पण का संदेश दे रहा वैभव का प्रदर्शन
स्थानीय खिलाड़ियों का कहना है कि वैभव का प्रदर्शन सिर्फ रन बनाने तक सीमित नहीं है, बल्कि यह संदेश भी देता है कि मेहनत और समर्पण से कुछ भी हासिल किया जा सकता है। युवा खिलाड़ी अमन कुमार ने कहा कि 144 रन किसी भी क्रिकेटर का मनोबल बढ़ाने वाला रिकॉर्ड है। वहीं, विकाश कुमार ने वैभव की विस्फोटक बल्लेबाजी और धैर्य की तारीफ करते हुए कहा कि इतने कम समय में इतनी बड़ी उपलब्धि हासिल करना किसी भी खिलाड़ी के लिए आसान नहीं होता।
नई पीढ़ी के लिए रोल मॉडल बन रहा समस्तीपुर का यह सितारा
दूसरी ओर, रौशन जैसे युवा खिलाड़ी मानते हैं कि बिहार-झारखंड (Bihar-Jharkhand) क्षेत्र से निकले इस युवा खिलाड़ी की सफलता नई पीढ़ी के लिए मार्गदर्शक साबित होगी। वैभव सिर्फ समस्तीपुर का ही नहीं, आने वाले समय का अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टार हैं। जिले के हर नागरिक उनकी उपलब्धियों पर गर्व महसूस कर रहा है और उन्हें भविष्य के मुकाबलों के लिए शुभकामनाएं दे रहा है।
भविष्य का इंटरनेशनल स्टार बनने की राह पर वैभव सूर्यवंशी
वैभव सूर्यवंशी की यह उपलब्धि यह दर्शाती है कि सही समय पर सही मेहनत और जुनून किसी भी उम्र में बड़े रिकॉर्ड बना सकता है। समस्तीपुर का यह उभरता सितारा निश्चित ही भारतीय क्रिकेट के लिए आने वाले वर्षों में प्रेरणा का स्रोत बनेगा।
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