AC Temperature: ग्लोबल वॉर्मिंग से बचाने को AC तापमान पर लगाम

By digital | Updated: June 11, 2025 • 1:46 PM

Global Warming: जून की प्रारंभ के साथ ही भारत के अधिकांश हिस्सों में गर्मी अपने चरम पर है। दिल्ली, नोएडा, गाजियाबाद जैसे शहरों में तापमान रिकॉर्ड तोड़ रहा है। इस गर्मी से राहत पाने के लिए लोग बड़ी मात्रा में एयर कंडीशनर (AC) का उपयोग कर रहे हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि करोड़ों एसी एक साथ चलने से वातावरण पर बुरा प्रभाव पड़ रहा है?

एसी से निकलने वाली गर्मी और ऊर्जा खपत का प्रभाव

एसी से निकलने वाली गर्मी और उसमें उपयोग होने वाली ऊर्जा ग्लोबल वॉर्मिंग को बढ़ावा देती है। अन्वेषण में पाया गया है कि जब लोग 16 या 18 डिग्री सेल्सियस पर एसी का तापमान रखते हैं, तो इससे ना केवल अधिक ऊर्जा खर्च होती है, बल्कि वातावरण भी अधिक गर्म होता है।

दूसरे देशों में पहले से लागू हैं नियम

दुनिया के कई विकसित देशों ने इस समस्या को गंभीरता से लिया है।

इन देशों में एसी का टेंपरेचर एक तय सीमा से नीचे नहीं जा सकता, जिससे ऊर्जा की बचत और पर्यावरण सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।

भारत में भी बदलाव की तैयारी

Global Warming: भारत सरकार अब एसी के लिए 20 डिग्री सेल्सियस की न्यूनतम सीमा तय करने पर विचार कर रही है। इस कदम का उद्देश्य है:

सामान्य तापमान पर भी ठंडक का अनुभव

विशेषज्ञों का मानना है कि अगर एसी को 24-26 डिग्री सेल्सियस पर सेट किया जाए तो भी यह आरामदायक ठंडक प्रदान करता है। साथ ही यह सेहत के लिए भी बेहतर होता है क्योंकि अत्यधिक ठंडक से शरीर को हानि हो सकता है।

अन्य पढ़ेंWeather: हिमाचल में लू का कहर, तापमान ने तोड़े रिकॉर्ड
अन्य पढ़ें: Builder Flat Scam: ग्रेनो वेस्ट में फ्लैट बुकिंग के नाम पर बड़ा फर्जीवाड़ा

#ACTemperatureLimit #ACUsageIndia #Breaking News in Hindi #ClimateChange #EcoFriendlyAC #EnergySaving #GlobalWarming #Hindi News Paper #SustainableCooling