बार-बार कूड़ाघर को स्थानांतरित करने का किया आग्रह
संगारेड्डी। संगारेड्डी (Sangareddy) के निकट फसलवाड़ी के निवासियों ने गुरुवार सुबह अपने गांव के पास स्थित डंप यार्ड तक कचरा ले जा रहे वाहनों को रोक दिया, जिससे इस सुविधा के खिलाफ उनका लंबे समय से चल रहा विरोध तेज हो गया। ग्रामीणों ने संगारेड्डी नगर निगम के अधिकारियों से गंभीर प्रदूषण (Serious pollution) संबंधी चिंताओं का हवाला देते हुए बार-बार कूड़ाघर को स्थानांतरित करने का आग्रह किया है। उनका आरोप है कि कचरे से रिसने वाला दूषित पानी उनके खेतों को प्रदूषित कर रहा है। उन्होंने बताया कि लगातार आने वाली दुर्गंध के कारण अक्सर स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं भी होती हैं।
आवारा पशुओं का बन गया है प्रजनन स्थल
हाल ही में हुई भारी बारिश से स्थिति और भी बदतर हो गई है, जिससे कूड़ाघर के आसपास का इलाका बीमारियों और आवारा पशुओं का प्रजनन स्थल बन गया है। ग्रामीणों ने शिकायत की है कि 150 से ज़्यादा आवारा कुत्तों ने कूड़ाघर को अपना बसेरा बना लिया है और स्थानीय लोगों पर हमला कर रहे हैं। गुरुवार को उस समय गुस्सा भड़क गया जब निवासियों ने डंप यार्ड की ओर जाने वाले रास्ते को जाम कर दिया। मौके पर पहुँचे नगर निगम के अधिकारियों ने प्रदर्शनकारियों को शांत कराया और उन्हें आश्वासन दिया कि उनकी चिंताओं के समाधान के लिए कदम उठाए जाएँगे। उन्होंने कार्रवाई के लिए कुछ और समय माँगा।

कचरे की परिभाषा क्या है?
कचरा वह अनुपयोगी या त्यागी हुई वस्तु होती है जो मनुष्य या उद्योगों द्वारा उपयोग के बाद फेंकी जाती है। इसमें ठोस, तरल या गैसीय पदार्थ हो सकते हैं जो पर्यावरण को प्रदूषित कर सकते हैं यदि सही ढंग से न निपटाए जाएँ।
कचरा कितने प्रकार के होते हैं?
यह मुख्यतः पाँच प्रकार का होता है: जैविक (Biodegradable), अजैविक (Non-Biodegradable), घरेलू कचरा, औद्योगिक कचरा और खतरनाक कचरा। इन सभी का प्रबंधन अलग-अलग तरीकों से किया जाता है ताकि पर्यावरण संतुलन बना रहे।
कचरा का दूसरा नाम क्या है?
कचरे का दूसरा नाम अपशिष्ट (Waste) होता है। इसे हिंदी में मलवा, गंदगी या फालतू पदार्थ भी कहा जाता है। अंग्रेज़ी में इसे “Garbage” या “Trash” कहा जाता है, विशेष रूप से घरेलू या नगरपालिकीय कचरे के लिए।
Read Also : Hyderabad : बाल सुधार गृह से पांच लड़के फरार