गांजा विवाद: सुपौल जिले के ब्रह्मपुर गांव में एक दिल दहला देने वाली हादसा सामने आई है, जहां एक मामूली विवाद ने मारने वाला रूप ले लिया। गांजा न देने के कारण एक दूध विक्रेता की कत्ल कर दी गई। दिवंगत की पहचान 55 साला का हरेराम सिंह के रूप में हुई है, जो गांव में सालोंसे दूध बेचने का काम करते थे।
गांजा के इनकार से प्रारंभ हुआ विवाद
परिजनों के मुताबिक, गांव के ही युवक पंकज सिंह ने तीन दिन पहले हरेराम से गांजा मांगा था। जब हरेराम ने इनकार किया तो पंकज ने गुस्से में कत्ल की धमकी दी थी।
सुनियोजित आक्रमण में गई जान
सोमवार, 5 May 2025 की शाम हरेराम सिंह दूध बेचकर घर लौट रहे थे। इसी दौरान पंकज सिंह पहले से घात लगाकर बैठा था। जैसे ही हरेराम पास आए, उसने धारदार शस्त्र से आक्रमण कर उन्हें मौत के घाट उतार दिया।

पुलिस पड़ताल और अपराधी का सरेंडर
हादसा के बाद पूरे गांव में दहशत फैल गई। लोगों की जानकारी के बाद पुलिस ने घटना क्षेत्र पर पहुंची और लाश को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया। हैरानी की बात यह रही कि कत्ल के बाद अपराधी पंकज सिंह खुद थाने पहुंचा और सरेंडर कर दिया।
सदर थानाध्यक्ष अनिरुद्ध कुमार के मुताबिक, अपराधी से पूछताछ की जा रही है और समस्या की गहन पड़ताल जारी है।
कुटुंब का हाल और गांव में शोक
हरेराम सिंह की कत्ल से कुटुंब सदमे में है। उनके भाई कैलाश सिंह ने बताया कि अपराधी पहले भी गांजा मांग चुका था, लेकिन इस बार मना करने पर उसने जानलेवा कदम उठाया। गांव में लोग दुख और डर के माहौल में हैं।