Support पीएम मोदी को यूएस से समर्थन, पाकिस्तान में हड़कंप
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अमेरिका की तरफ से Support मिलने के बाद पाकिस्तान में हलचल तेज हो गई है। यूएस के ताजा बयान से वहां की सरकार और सेना में बेचैनी देखी जा रही है। सपोर्ट को लेकर भारत और अमेरिका के रिश्तों पर नई चर्चाएं शुरू हो गई हैं।
Support: क्या कहा यूएस ने अपने बयान में?
अमेरिका ने आधिकारिक प्रेस कॉन्फ्रेंस में साफ तौर पर कहा कि वो भारत के साथ रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत करना चाहता है। Support देते हुए यूएस ने बताया:
- भारत की लोकतांत्रिक प्रक्रिया की तारीफ की।
- पीएम मोदी के नेतृत्व को स्थिरता का प्रतीक बताया।
- आतंकवाद के खिलाफ भारत के प्रयासों को सराहा।
इस बयान ने पाकिस्तान में चिंता बढ़ा दी है क्योंकि अमेरिका के रुख में बदलाव साफ नजर आ रहा है।

सपोर्ट पाकिस्तान में क्यों मचा हड़कंप?
यूएस का Support पाकिस्तान के लिए मुश्किलें खड़ी कर सकता है। पाकिस्तानी मीडिया और रक्षा विशेषज्ञों ने इस पर चिंता जताई है:
- पाकिस्तान को डर है कि अमेरिका भारत को ज्यादा सैन्य मदद देगा।
- कश्मीर मुद्दे पर अंतरराष्ट्रीय समर्थन कमजोर पड़ सकता है।
- आर्थिक और कूटनीतिक दबाव बढ़ सकता है।
पाकिस्तान के एक पूर्व राजदूत ने कहा, “ये सपोर्ट पाकिस्तान के लिए चेतावनी है कि उसे अपनी विदेश नीति पर पुनर्विचार करना चाहिए।”
Support: भारत-अमेरिका रिश्तों का नया अध्याय
भारत और अमेरिका के रिश्ते पिछले कुछ वर्षों में तेजी से मजबूत हुए हैं। सपोर्ट के रूप में इस बयान ने इन बिंदुओं पर जोर दिया:
- रक्षा समझौते और तकनीकी साझेदारी में तेजी।
- क्वाड समूह में भारत की भूमिका अहम।
- इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में रणनीतिक सहयोग।
इन सब पहलुओं ने पाकिस्तान को कूटनीतिक तौर पर अलग-थलग कर दिया है।
सपोर्ट राजनीतिक हलकों में प्रतिक्रिया
भारत में विपक्ष ने भी इस Support पर प्रतिक्रिया दी है। कुछ नेताओं ने इसे पीएम मोदी की कूटनीतिक जीत बताया तो कुछ ने सवाल उठाए:
- क्या अमेरिका का सपोर्ट घरेलू राजनीति को प्रभावित करेगा?
- विपक्ष ने कहा कि भारत को आत्मनिर्भर विदेश नीति बनाए रखनी चाहिए।
- सरकार ने कहा कि यह समर्थन भारत की वैश्विक साख का प्रमाण है।

सपोर्ट आगे क्या होगा?
विशेषज्ञों का मानना है कि इस सपोर्ट के बाद भारत को अमेरिका से और फायदे मिल सकते हैं:
- रक्षा उपकरणों के लिए नई डील्स।
- व्यापार में रियायतें।
- आतंकवाद के खिलाफ संयुक्त अभियान।
वहीं पाकिस्तान के लिए यह सपोर्ट एक कूटनीतिक चुनौती बन सकता है, जिसके असर आने वाले महीनों में दिख सकते हैं।
यूएस के Support ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि भारत वैश्विक मंच पर अपनी मजबूत स्थिति बना चुका है। पीएम मोदी के नेतृत्व को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता मिलना भारत के लिए बड़ी उपलब्धि है। अब देखना होगा कि पाकिस्तान इस नई परिस्थिति से कैसे निपटता है।