कक्षा 9 के 75 प्रतिशत विद्यार्थी एक साधारण प्रश्न हल करने में रहे विफल
हैदराबाद। स्कूली छात्रों में बुनियादी दक्षताओं और सीखने के स्तर में सुधार के लिए तेलंगाना सरकार (Telangana Govt.) की आधारभूत साक्षरता और संख्यात्मकता, तथा शिक्षण सुधार कार्यक्रम की पहल असफल होती दिख रही है। केंद्र सरकार द्वारा जारी परख राष्ट्रीय सर्वेक्षण 2024 रिपोर्ट (Report) ने सीखने में चिंताजनक अंतराल को दर्शाया, जिससे ऐसे हस्तक्षेपों की प्रभावशीलता पर सवाल और चिंताएं पैदा हुईं। कक्षा 9 के 75 प्रतिशत विद्यार्थी एक साधारण प्रश्न को हल करने के लिए प्रतिशत की मौलिक अवधारणा को समझने और लागू करने में असफल रहे, जबकि इसी कक्षा के 69 प्रतिशत विद्यार्थी संख्याओं के समूह, जैसे पूर्ण संख्याएं, भिन्न, पूर्णांक, परिमेय और वास्तविक संख्याएं, को समझ नहीं पाए।
निचली कक्षाओं में भी दिखाई दिए गणित में चिंताजनक रुझान
गणित में चिंताजनक रुझान निचली कक्षाओं में भी दिखाई दिए, जहाँ छठी कक्षा के 54 प्रतिशत छात्र सरल संख्या पैटर्न को पहचानने, वर्णन करने या विस्तार देने में असफल रहे। कक्षा तीन के छात्रों के गणित दक्षता स्तर की बात करें तो 52 प्रतिशत छात्र 99 तक की संख्याओं को आरोही और अवरोही क्रम में व्यवस्थित करने में असफल रहे, और 49 प्रतिशत छात्र दो अंकों की संख्याओं का सरल जोड़-घटाव नहीं कर पाए। सर्वेक्षण से पता चला कि कक्षा 9 के 69 प्रतिशत छात्र जलवायु, मौसम, महासागर चक्र, मिट्टी के निर्माण और नदी के प्रवाह जैसी प्रमुख प्राकृतिक घटनाओं को समझाने में असमर्थ थे। भाषा कौशल भी बेहतर नहीं था, क्योंकि कक्षा 9 के 46 प्रतिशत छात्र मुख्य बिंदुओं की पहचान करने और जानकारी को संक्षेप में प्रस्तुत करने में असमर्थ थे।

छात्रों का प्रदर्शन राष्ट्रीय औसत 54 प्रतिशत के बराबर
कुल मिलाकर, तेलंगाना के कक्षा 9 के छात्रों की गणित (36 प्रतिशत), विज्ञान (39 प्रतिशत) और सामाजिक विज्ञान (38 प्रतिशत) में योग्यता का स्तर राष्ट्रीय औसत से नीचे था – गणित (37 प्रतिशत), विज्ञान और सामाजिक विज्ञान (40 प्रतिशत) लेकिन भाषा में राज्य के छात्रों का प्रदर्शन राष्ट्रीय औसत 54 प्रतिशत के बराबर था। कक्षा 6 के छात्रों में भाषा कौशल के मामले में, 48 प्रतिशत छात्र विभिन्न पाठों को समझने के लिए समझ की रणनीति लागू करने में विफल रहे। अन्य 42 प्रतिशत छात्र मुख्य विचार को समझ नहीं पाए और सर्वेक्षण के दौरान उन्हें दी गई सामग्री से आवश्यक निष्कर्ष नहीं निकाल पाए। समग्र योग्यता स्तर की बात करें तो भाषा (53 प्रतिशत), गणित (44 प्रतिशत) और हमारे आसपास की दुनिया (44 प्रतिशत) में तेलंगाना में कक्षा VI के विद्यार्थियों का औसत प्रदर्शन राष्ट्रीय औसत से क्रमशः चार, दो और पांच प्रतिशत कम दर्ज किया गया है।
राष्ट्रीय उपलब्धि सर्वेक्षण क्या है?
राष्ट्रीय उपलब्धि सर्वेक्षण (NAS) एक शैक्षिक मूल्यांकन है, जो छात्रों की सीखने की उपलब्धियों को मापता है और शिक्षा प्रणाली की गुणवत्ता को सुधारने के लिए डेटा प्रदान करता है।
NAS की शुरुआत कब हुई थी?
राष्ट्रीय उपलब्धि सर्वेक्षण (NAS) की शुरुआत 2001 में राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (NCERT) द्वारा की गई थी, ताकि छात्रों की सीखने की उपलब्धियों का मूल्यांकन किया जा सके।
NAS सर्वे कौन सी संस्था करती है?
राष्ट्रीय उपलब्धि सर्वेक्षण (NAS) का संचालन राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (NCERT) द्वारा किया जाता है, जबकि इसके समन्वय में शिक्षा मंत्रालय और राज्य संस्थाएं सहयोग करती हैं।
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