Tarapur :हरित क्षेत्र नीति से उद्योग प्रभावित, गुजरात जा रहे प्लांट।

By digital@vaartha.com | Updated: April 18, 2025 • 4:07 PM

हरित क्षेत्र अनिवार्यता के कारण रासायनिक कारखाने Tarapur को छोड़कर गुजरात जा रहे हैं

महाराष्ट्र के Tarapur औद्योगिक क्षेत्र में चल रहे रासायनिक कारखाने अब एक बड़े बदलाव की ओर बढ़ रहे हैं। दरअसल,

राज्य सरकार द्वारा हरित क्षेत्र (ग्रीन ज़ोन) की अनिवार्यता को लेकर जो नए नियम लागू किए गए हैं, वे अब इन उद्योगों के लिए परेशानी का कारण बन रहे हैं।

यही वजह है कि कई प्रमुख रासायनिक प्लांट अब तारापुर से अपना काम समेटकर गुजरात का रुख कर रहे हैं

क्या है हरित क्षेत्र की अनिवार्यता?

Tarapur :हरित क्षेत्र नीति से उद्योग प्रभावित, गुजरात जा रहे प्लांट।

Tarapur से गुजरात क्यों?

उद्योगों पर प्रभाव

क्या कहती हैं कंपनियां?

कई रासायनिक इकाइयों के प्रतिनिधियों का कहना है कि उन्होंने बार-बार राज्य सरकार से नीति में राहत की मांग की, लेकिन उन्हें सकारात्मक प्रतिक्रिया नहीं मिली।

इसके चलते उन्होंने गुजरात जैसे राज्यों में स्थानांतरित होने का निर्णय लिया है।

Tarapur :हरित क्षेत्र नीति से उद्योग प्रभावित, गुजरात जा रहे प्लांट।

कुछ कंपनियों ने यह भी बताया कि:

सरकार की प्रतिक्रिया

महाराष्ट्र सरकार की ओर से अब तक कोई स्पष्ट रुख सामने नहीं आया है, लेकिन औद्योगिक संगठनों द्वारा लगातार ज्ञापन देने के बाद उम्मीद है कि कुछ राहत दी जा सकती है। हालांकि, सरकार पर्यावरण संरक्षण के मामले में समझौता करने के मूड में नहीं दिख रही।

हरित क्षेत्र की अनिवार्यता एक तरफ पर्यावरण के लिए सराहनीय कदम है, लेकिन दूसरी तरफ इससे औद्योगिक क्षेत्र को भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है। यदि सरकार उद्योगों और पर्यावरण के बीच संतुलन नहीं बना पाई, तो यह प्रवृत्ति अन्य क्षेत्रों में भी दोहराई जा सकती है। इसलिए ज़रूरत है एक व्यवहारिक नीति की, जो दोनों पक्षों को समान रूप से लाभ पहुंचाए।

# Paper Hindi News #Ap News in Hindi #Breaking News in Hindi #ChemicalPlants #Google News in Hindi #GreenZonePolicy #GujaratShift #Hindi News Paper #IndustrialPolicy #TarapurIndustry breakingnews latestnews trendingnews