
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने 2 अप्रैल को भारत समेत कई देशों से अमेरिका आने वाले सामान पर टैरिफ़ (आयात शुल्क) बढ़ा दिया। इसका असर ये हुआ कि अमेरिका और एशिया के शेयर बाज़ार में भारी गिरावट आ गई।
ट्रंप ने कहा कि उन्हें गिरावट पसंद नहीं है, लेकिन कभी-कभी इलाज के लिए कड़वी दवा लेनी पड़ती है। उन्होंने ये भी कहा कि टैरिफ़ लगाने के बाद नौकरियां और निवेश अमेरिका में लौट रहे हैं, और बाकी दुनिया अमेरिका के साथ बुरा व्यवहार करना छोड़ देगी।

कितना गिरा कौन-सा बाज़ार?
- भारत:
- निफ्टी: 4% से ज़्यादा गिरा
- सेंसेक्स: 2300 पॉइंट गिरा
- जापान: निक्केई 6.3% गिरा
- हांग कांग: हेंग सेंग 9.8% गिरा
- चीन: शंघाई कंपोजिट 6.6% गिरा
- ऑस्ट्रेलिया: ASX 200 में 4.5% गिरावट
- दक्षिण कोरिया: कॉस्पी 4.4% गिरा
- ताइवान: ताइएक्स 9.6% गिरा
- सिंगापुर: STI 7.1% गिरा
- अमेरिका: डाउ जोन्स फ्यूचर्स 2% गिरा
विशेषज्ञ क्या कह रहे हैं?
आर्थिक जानकारों का कहना है कि टैरिफ़ से दुनिया भर में महंगाई और मंदी का डर बढ़ रहा है।
- जूलिया ली (एफटीएसई रसेल): बाजारों में भारी गिरावट है, ट्रेडिंग भी कम हो रही है।
- नील न्यूमैन (टोक्यो के विशेषज्ञ): अमेरिका एक बड़ा बाजार है, लेकिन अकेला नहीं। जापान, चीन, दक्षिण कोरिया जैसे देश नए व्यापारिक रिश्तों पर काम कर रहे हैं।
भारत में असर:
- भारतीय शेयर बाज़ार भी बुरी तरह गिरा।
- आईटी कंपनियों के शेयर गिरे क्योंकि अमेरिका में मंदी आई तो इनके कॉन्ट्रैक्ट्स पर असर होगा।
- भारत की ग्रोथ भी धीमी पड़ने का अंदेशा है और GDP का अनुमान घटा दिया गया है।