Tax: टैक्स के मामले में बिहार-झारखंड आगे

By Dhanarekha | Updated: August 21, 2025 • 9:29 PM

मध्यम वर्ग की कमाई पर चौंकाने वाला आंकड़ा

आयकर विभाग के ताज़ा विश्लेषण में बड़ा अंतर सामने आया है। रिपोर्ट के अनुसार बिहार(Bihar) और झारखंड जैसे अपेक्षाकृत पिछड़े राज्य टैक्स भरने वाले मध्यम वर्ग के मामले में गुजरात(Gujarat) जैसे विकसित राज्य को पीछे छोड़ रहे हैं। हैरानी की बात यह है कि झारखंड में 20% टैक्स(Tax) देने वालों की आय सालाना 12 से 50 लाख रुपये के बीच है, जबकि गुजरात में यह संख्या केवल 7% है

गुजरात पीछे, अन्य राज्य आगे

आयकर रिटर्न के 2024-25 असेसमेंट ईयर के आंकड़े बताते हैं कि अमीर और गरीब राज्यों में आय को लेकर बड़ा अंतर है। गुजरात, जिसे औद्योगिक रूप से समृद्ध माना जाता है, 25 लाख से 50 लाख रुपये आय वाले टैक्सपेयर्स(Tax) की श्रेणी में टॉप 10 राज्यों में भी शामिल नहीं है। इसके उलट महाराष्ट्र इस श्रेणी में देश में सबसे आगे है।

विश्लेषण से यह भी पता चला कि देश के अधिकांश मध्यम वर्गीय करदाता 2.5 से 7.5 लाख रुपये सालाना कमाते हैं। कुल करदाताओं में केवल 2.5% लोग ही 25 लाख रुपये से अधिक की आय घोषित करते हैं। इसका अर्थ है कि भारत में उच्च-मध्यम वर्ग की संख्या बेहद सीमित है।

बिहार-झारखंड ने पछाड़ा गुजरात

इस रिपोर्ट के मुताबिक महाराष्ट्र में लगभग 1.4 लाख टैक्सपेयर्स ने 25 से 50 लाख रुपये सालाना आय घोषित की है। इस लिहाज से कर्नाटक और तमिलनाडु क्रमशः दूसरे और तीसरे स्थान पर हैं। वहीं लाखपतियों की संख्या बढ़ाने में कर्नाटक सबसे तेज़ी से आगे बढ़ रहा है।

गुजरात का प्रदर्शन इस श्रेणी में कमजोर रहा। यहां तक कि बिहार और झारखंड भी इस आय वर्ग में गुजरात से आगे निकल गए हैं। यह आंकड़े दिखाते हैं कि समृद्ध राज्यों की छवि के बावजूद वास्तविक आय वितरण में बड़ा असंतुलन है।

दिल्ली और उत्तर प्रदेश की स्थिति

आंकड़ों के अनुसार, महाराष्ट्र में सबसे अधिक 46 लाख से ज्यादा टैक्स(Tax) रिटर्न दाखिल हुए। परंतु दिल्ली ने अपनी आबादी के अनुपात में सबसे ज्यादा टैक्सपेयर्स दर्ज किए। यहां लगभग 3% आबादी टैक्स भरती है।

उत्तर प्रदेश में, जो देश का सबसे अधिक आबादी वाला राज्य है, यह अनुपात सिर्फ 1.5% है। हालांकि, टैक्स रिटर्न की संख्या के मामले में उत्तर प्रदेश महाराष्ट्र के बाद दूसरे स्थान पर है।

झारखंड और बिहार टैक्स(Tax) में कैसे आगे निकले?

झारखंड और बिहार में 12 से 50 लाख रुपये आय वाले टैक्सदाताओं की संख्या अपेक्षा से अधिक है। यही वजह है कि इन राज्यों ने गुजरात जैसे विकसित राज्य को पीछे छोड़ दिया।

देश में सबसे ज्यादा टैक्स रिटर्न कहां दाखिल हुए?

सबसे ज्यादा टैक्स रिटर्न महाराष्ट्र में दाखिल हुए। यहां 46 लाख से अधिक लोगों ने आयकर रिटर्न भरा है, जो किसी भी राज्य में सबसे ऊंची संख्या है।

दिल्ली टैक्स के मामले में क्यों खास है?

दिल्ली की आबादी का अनुपात छोटा है लेकिन टैक्स भरने वालों का प्रतिशत सबसे अधिक है। यहां लगभग 3% लोग टैक्स देते हैं, जो राष्ट्रीय औसत से कहीं अधिक है।

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