TCS अपनी ह्यूमन वर्कफोर्स के साथ रखेगी AI एजेंट्स की टीम
टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) ने अपनी ह्यूमन वर्कफोर्स के साथ आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) एजेंट्स की टीम रखने की योजना बनाई है। इस पहल के तहत TCS ने चार मुख्य योजनाओं पर काम शुरू कर दिया है, जो कंपनी की डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन को और भी तेज़ बनाएंगी। आइए जानें कि ये 4 योजनाएं क्या हैं और कैसे ये AI एजेंट्स TCS की कार्यप्रणाली को बदलने वाली हैं।

TCS की 4 प्रमुख योजनाएं AI एजेंट्स के लिए
- ह्यूमन-एआई कोलैबोरेशन (Human-AI Collaboration)
TCS अपनी ह्यूमन वर्कफोर्स के साथ AI एजेंट्स को सहयोगी रूप में विकसित कर रही है।- इसका उद्देश्य काम की गुणवत्ता बढ़ाना और उत्पादकता में सुधार लाना है।
- AI एजेंट्स रूटीन कार्यों को संभालेंगे ताकि कर्मचारी ज्यादा रणनीतिक कार्यों पर ध्यान केंद्रित कर सकें।
- डाटा एनालिटिक्स और प्रिडिक्टिव मॉडलिंग (Data Analytics and Predictive Modeling)
टीसीएस AI की मदद से बड़े पैमाने पर डाटा एनालिसिस कर रही है।- यह मॉडल भविष्य की जरूरतों का अनुमान लगाने और बेहतर बिजनेस फैसले लेने में मदद करेंगे।
- ऑटोमेशन और प्रोसेस इम्प्रूवमेंट (Automation and Process Improvement)
AI एजेंट्स के जरिए TCS कई मैनुअल और रिपिटिटिव कामों को ऑटोमेट करने की योजना बना रही है, जिससे समय और लागत की बचत होगी। - कस्टमर एक्सपीरियंस में सुधार (Enhancement in Customer Experience)
AI एजेंट्स के माध्यम से ग्राहक सेवा को अधिक प्रभावी और त्वरित बनाने के लिए काम हो रहा है।- चैटबॉट्स और वॉइस असिस्टेंट्स की मदद से कस्टमर क्वेरीज का समाधान तेजी से किया जाएगा।

AI एजेंट्स की टीम क्यों जरूरी है?
टीसीएस का मानना है कि आने वाले समय में AI और ह्यूमन वर्कफोर्स का संयोजन व्यवसायों को प्रतिस्पर्धात्मक बढ़त देगा।
AI एजेंट्स की टीम न केवल कार्यक्षमता बढ़ाएगी, बल्कि कंपनी को डिजिटल युग में आगे बनाएगी।
टीसीएस की यह पहल भारतीय IT उद्योग में AI को अपनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
इन चार योजनाओं के साथ, TCS अपनी वर्कफोर्स को और भी स्मार्ट,
तेज़ और प्रभावी बनाने की कोशिश कर रही है।
आने वाले वर्षों में यह परिवर्तन कंपनी की सफलता में अहम भूमिका निभाएगा।