BRS Party Telangana: तेलंगाना की प्रमुख राजनीतिक पार्टी भारत राष्ट्र समिति (BRS) इन दिनों गंभीर आंतरिक संकट से गुजर रही है। पार्टी के कई वरिष्ठ नेता अब खुलकर सामने आ गए हैं और पार्टी नेतृत्व द्वारा उपेक्षा किए जाने का इलज़ाम लगा रहे हैं।
सूत्रों के मुताबिक, कुछ वरिष्ठ नेताओं ने यहां तक कह दिया है कि पार्टी अब एक कुटुंब तक सिमट गई है और पुराने कार्यकर्ताओं को पूरी तरह से दरकिनार किया जा रहा है।
नेतृत्व पर बरसे नेता, बोले- ‘क्रेडिट कार्ड’ नहीं, योगदान चाहिए सम्मान
पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने नाराजगी जाहिर करते हुए कहा,
“हम कोई क्रेडिट कार्ड नहीं, बल्कि पार्टी के निर्माण में योगदान देने वाले लोग हैं। लेकिन आज हमें हाशिये पर धकेला जा रहा है।”
उन्होंने यह भी कहा कि अंदरूनी समस्याएं को सुलझाने के बजाय सार्वजनिक तौर पर इग्नोर किया जा रहा है। इससे कार्यकर्ताओं और जमीनी नेताओं में गहरी नाराज़गी है।
कविता और केटीआर के बढ़ते वर्चस्व पर उठे सवाल
BRS प्रमुख के.चंद्रशेखर राव (KCR) के बेटे केटीआर और बेटी कविता की पार्टी में बढ़ती भूमिका पर भी अब संदेश उठने लगे हैं। कुछ नेताओं का कहना है कि
“पार्टी में परिवारवाद हावी होता जा रहा है और कार्यकर्ताओं की भूमिका सिमटती जा रही है।”
इस समस्या पर पार्टी कार्यकर्ता भी दो खेमों में बंटते नजर आ रहे हैं। एक पक्ष नेतृत्व के साथ है, जबकि दूसरा बदलाव की मांग कर रहा है।
नई पार्टी की अटकलें, असंतुष्ट नेता बना सकते हैं अलग मोर्चा
BRS Party Telangana: राजनीतिक हलकों में चर्चा है कि अगर स्थिति नहीं सुधरी तो बीआरएस के असंतुष्ट नेता शीघ्र ही एक नया राजनीतिक मंच बना सकते हैं।
हाल ही में हुई एक बैठक में नेताओं ने कहा कि “अगर हमारी आवाज नहीं सुनी गई, तो हम जनता के सामने नया विकल्प रखने को तैयार हैं।”
पार्टी प्रवक्ता बोले- सब ठीक है, मतभेद सुलझाए जाएंगे
BRS प्रवक्ता ने इन खबरों को खारिज करते हुए कहा कि पार्टी में कोई गंभीर संकट नहीं है और सब मतभेद आपसी वार्तालाप से सुलझा लिए जाएंगे।
उन्होंने कहा कि “BRS एक संगठित पार्टी है और पार्टी कार्यकर्ताओं का सम्मान किया जाता है।”