नई दिल्ली। तेलंगाना (Telangana) राज्य में 42 प्रतिशत पिछड़ा वर्ग (BC) आरक्षण लागू करने के लिए केंद्र सरकार की मंज़ूरी की माँग को लेकर सभी कांग्रेस नेता दिल्ली पहुँचे हैं। मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने आरोप लगाया कि प्रतिद्वंद्वी भाजपा पिछड़ा वर्ग आरक्षण विधेयक में बाधा डाल रही है। उन्होंने गुरुवार को दिल्ली में इस मुद्दे पर मीडिया से बात की।
भाजपा पर तेलंगाना के लोगों के साथ हमेशा अन्याय करने का आरोप
मुख्यमंत्री रेवंत ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पर राष्ट्रपति द्वारा उन्हें दी जाने वाले मिलने के समय में बाधा डालने का आरोप लगाया। उन्होंने इस बात पर दुःख व्यक्त किया कि राष्ट्रपति द्वारा उन्हें नहीं दी मिलने का समय नहीं दिया जा रहा है। उन्होंने भाजपा पर तेलंगाना के लोगों के साथ हमेशा अन्याय करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि भाजपा नेता आरक्षण को लेकर हंगामा कर रहे हैं। उन्होंने इस बात पर रोष व्यक्त किया कि उनकी राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी बीआरएस पार्टी पिछड़ा वर्ग आरक्षण को लेकर एक षडयंत्रकारी भूमिका निभा रही है।
बीआरएस के धरने में भाग न लेने पर सीएम ने उठाए सवाल
मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने सवाल उठाया कि बीआरएस ने बुधवार के धरने में भाग क्यों नहीं लिया। वह इस बात से नाराज़ थे कि वे धरने में शामिल होने के बजाय अपमान की बातें कर रहे थे। उन्होंने कहा कि तेलंगाना की जनता भाजपा और बीआरएस पार्टियों को सबक सिखाएगी। मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने बताया कि उनकी सरकार की जाति जनगणना में पूरी जानकारी एकत्र की गई है।
मेरा लक्ष्य सभी समुदायों को न्याय दिलाना : रेवंत रेड्डी
उन्होंने कहा कि उनका लक्ष्य सभी समुदायों को न्याय दिलाना है। उन्होंने कहा कि तेलंगाना में पिछड़ी जातियों की आबादी जानने के लिए जाति जनगणना कराई गई थी। उन्होंने कहा, “जाति जनगणना के बाद ही पिछड़ी जातियों को 42 प्रतिशत आरक्षण देने का फैसला किया गया था।” उन्होंने स्पष्ट किया कि वह कांग्रेस नेता राहुल गांधी के वादे के अनुसार पिछड़ी जातियों के आरक्षण के लिए लड़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि शिक्षा, रोज़गार और स्थानीय निकाय चुनावों में पिछड़ी जातियों को 42 प्रतिशत आरक्षण देने के लिए दो विधेयक लाए गए हैं।
किशन रेड्डी का जवाब दिया सीएम ने
केंद्रीय मंत्री किशन रेड्डी पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि किशन रेड्डी का अपने पार्टी नेताओं राहुल गांधी और खड़गे के धरना कार्यक्रम में अनुपस्थित रहने पर उनके बारे में गैंग लीडर की तरह बात करना उचित नहीं है। उन्होंने कहा कि जाति जनगणना सर्वेक्षण पर किशन रेड्डी के समक्ष एक प्रस्तुति दी जाएगी। मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने सलाह दी है कि अगर किशन रेड्डी तारीख, समय और स्थान तय कर दें, तो अधिकारी किशन रेड्डी की शंकाओं का समाधान कर देंगे।
पिछड़ा वर्ग आरक्षण क्या है?
OBC Reservation एक सामाजिक न्याय नीति है, जिसका उद्देश्य सामाजिक, शैक्षणिक और आर्थिक रूप से पिछड़े वर्गों को शिक्षा, सरकारी नौकरियों और अन्य सुविधाओं में आरक्षित स्थान प्रदान करना है।
पिछड़ा वर्ग आरक्षण की शुरुआत कब और कैसे हुई?
पिछड़ा वर्ग आरक्षण की सिफारिश मंडल आयोग (Mandal Commission) ने की थी, जिसे 1979 में गठित किया गया था। इस आयोग ने 1980 में रिपोर्ट दी और कहा कि OBC वर्ग की आबादी लगभग 52% है, इसलिए उन्हें 27% आरक्षण मिलना चाहिए।
क्रीमी लेयर क्या है और इसका पिछड़ा वर्ग आरक्षण से क्या संबंध है?
क्रीमी लेयर (Creamy Layer) उस वर्ग को कहा जाता है जो OBC होने के बावजूद आर्थिक और सामाजिक रूप से अपेक्षाकृत संपन्न होता है।
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