हैदराबाद : मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने कहा कि सुरवरम सुधाकर रेड्डी का नाम स्थायी रहे। इसका पूरा प्रयास किया जाएगा। हम कैबिनेट में चर्चा करके यह निर्णय लेंगे कि सुरवरम सुधाकर रेड्डी (Suravaram Sudhakar Reddy) का नाम स्थायी रहे। आज मखदूम भवन में सुरवरम सुधाकर रेड्डी को श्रद्धांजलि देने मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी (Revanth Reddy) पहुंचे थे।
सुरवरम सुधाकर रेड्डी का निधन एक अपूरणीय क्षति
इस मौके पर सीएम ने कहा कि सुरवरम सुधाकर रेड्डी का निधन तेलंगाना के लिए एक अपूरणीय क्षति है। उनकी आत्मा को शांति मिले और उनके परिवार को साहस मिले। सुरवरम ने जीवन भर एक समझौताहीन जीवन जिया है। यह अपने आप में बढी बात है।
अपने सिद्धांतों का कभी त्याग नहीं किया
उन्होंने कहा कि सुरवरमएक समझौताहीन वैचारिक संघर्ष किया और अपने सिद्धांतों का कभी त्याग नहीं किया। एक जमीनी कार्यकर्ता से लेकर एक सांसद तक, उन्होंने कभी भी अहंकार को अपने काम के आड़े नहीं आने दिया। उन्होंने मुझे तेलुगु विश्वविद्यालय का नाम सुरवरम प्रताप रेड्डी के नाम पर रखने के लिए लिखा।
सरकार ने पूरे सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार करने का निर्णय लिया
सीएम ने कहा कि हमने तुरंत तेलुगु विश्वविद्यालय का नाम सुरवरम प्रताप रेड्डी के नाम पर रखने का निर्णय लिया। सुरवरम वन्ने को महबूबनगर जिले में लाया गया। उनकी सेवाओं के सम्मान में सरकार ने पूरे सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार करने का निर्णय लिया है।
एआईसीसी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने शोक व्यक्त किया
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने अपनी पीएसी बैठक में भी सुरवरम की सेवाओं को याद किया।एआईसीसी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने शोक व्यक्त किया। हमारी सरकार जो तेलंगाना के लोगों के लिए आदर्श बन गए हैं। हमने बागवानी विश्वविद्यालय का नाम कोंडा लक्ष्मण बापूजी के नाम पर और पलामुरु रंगा रेड्डी लिफ्ट सिंचाई परियोजना का नाम जयपाल रेड्डी के नाम पर रखा है।
Suravaram Sudhakar Reddy रेड्डी कौन थे और उनका राजनीतिक योगदान क्या था?
वे एक भारतीय राजनीतिज्ञ थे, जो कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया (CPI) के वरिष्ठ नेता रहे।वे दो बार लोकसभा सांसद रहे (नलगोंडा निर्वाचन क्षेत्र, आंध्र प्रदेश से)।
सुरवरम सुधाकर रेड्डी का सामाजिक दृष्टिकोण कैसा था?
Suravaram Sudhakar Reddy एक प्रगतिशील सोच वाले समाज सुधारक थे।
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