हैदराबाद। प्रवर्तन निदेशालय (ED), हैदराबाद क्षेत्रीय कार्यालय ने कैपिटल प्रोटेक्शन फोर्स प्राइवेट लिमिटेड और उसके कथित मास्टरमाइंड अमरदीप कुमार के खिलाफ चल रही जांच में महत्वपूर्ण कार्रवाई करते हुए धन शोधन निवारण अधिनियम (PMLA), 2002 के तहत 18.14 करोड़ रुपये मूल्य की 12 अचल संपत्तियों को अस्थायी रूप से कुर्क किया है। ये कुर्कियां ‘फाल्कन इनवॉइस डिस्काउंटिंग स्कीम’ की व्यापक जांच का हिस्सा थीं, जिसमें कथित तौर पर हजारों निवेशकों के साथ लगभग 792 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी की गई थी।
ज़्यादा रिटर्न का झूठा वादा करके निवेशकों को लुभाया
साइबराबाद आर्थिक अपराध शाखा की एफआईआर के आधार पर शुरू की गई ED की जाँच से पता चला कि ‘Falcon Invoice Aap‘ के ज़रिए काम करने वाली कैपिटल प्रोटेक्शन फोर्स ने इनवॉइस डिस्काउंटिंग पर ज़्यादा रिटर्न का झूठा वादा करके निवेशकों को लुभाया। जबकि हक़ीक़त में ऐसा कोई कारोबार नहीं किया गया था, और पैसे को व्यवस्थित तरीके से गबन कर लिया गया था।
कुर्क की गई संपत्तियां
इस योजना के सूत्रधार के रूप में पहचाने जाने वाले अमरदीप कुमार ने विभिन्न प्लेटफार्मों पर इस फर्जी उद्यम का व्यापक रूप से प्रचार किया। घोटाले की रकम कथित तौर पर विभिन्न संपत्तियों में लगाई गई, जिनमें इक्विटी शेयर, कंपनियों को ऋण, कैसीनो में फिजूलखर्ची, और उच्च मूल्य की संपत्तियों और यहाँ तक कि एक निजी विमान की खरीद शामिल है। ईडी अधिकारियों ने बताया कि कुर्क की गई संपत्तियां अमरदीप कुमार, उनके परिवार के सदस्यों और अन्य संस्थाओं के नाम पर पंजीकृत थीं।
ईडी कौन सा अधिकारी होता है?
प्रवर्तन निदेशालय (ED) एक केंद्रीय जांच एजेंसी है जो धनशोधन निवारण अधिनियम (PMLA) और विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम (FEMA) के तहत आर्थिक अपराधों की जांच करती है। इसके अधिकारी आमतौर पर भारतीय राजस्व सेवा (IRS) या भारतीय पुलिस सेवा (IPS) से नियुक्त होते हैं।
Ed का अध्यक्ष कौन था?
2025 की शुरुआत तक संजय कुमार मिश्रा प्रवर्तन निदेशालय के निदेशक थे। वे भारतीय राजस्व सेवा के अधिकारी हैं और कई वर्षों तक ईडी का नेतृत्व कर चुके हैं।
भारत में ईडी के कितने कार्यालय हैं?
प्रवर्तन निदेशालय के देशभर में 25 से अधिक क्षेत्रीय और उप-क्षेत्रीय कार्यालय हैं। ये कार्यालय प्रमुख शहरों जैसे दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, चेन्नई, हैदराबाद, बेंगलुरु आदि में स्थित हैं।
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