हैदराबाद। रक्षा राज्य मंत्री संजय सेठ ने हैदराबाद स्थित डीआरडीओ के डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम (Dr. APJ Abdul Kalam) मिसाइल परिसर का दौरा किया। उन्होंने रक्षा अनुसंधान एवं विकास प्रयोगशाला (DRDL), अनुसंधान केंद्र इमारत (आरसीआई) और मिसाइल क्लस्टर प्रयोगशालाओं की उन्नत प्रणाली प्रयोगशाला (ASL) द्वारा संचालित मिसाइल एवं हथियार प्रणाली कार्यक्रम की समीक्षा की।
कम दूरी की सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल का निरीक्षण किया
रक्षा राज्य मंत्री ने डीआरडीएल के विभिन्न कार्य केंद्रों – अस्त्र मार्क I और II, ऊर्ध्वाधर रूप से प्रक्षेपित कम दूरी की सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल और स्क्रैमजेट इंजन सुविधाओं का दौरा किया और उन्हें विशिष्ट वैज्ञानिक एवं महानिदेशक (मिसाइल एवं सामरिक प्रणाली) यू राजा बाबू और डीआरडीएल के निदेशक जी ए श्रीनिवास मूर्ति द्वारा परियोजनाओं की स्थिति के बारे में जानकारी दी गई।
आरसीआई के विभिन्न महत्वपूर्ण कार्य केंद्रों का भी दौरा
संजय सेठ ने आरसीआई के विभिन्न महत्वपूर्ण कार्य केंद्रों का भी दौरा किया, जहाँ आरसीआई के निदेशक अनिंद्य बिस्वास ने उन्हें स्वदेशी नेविगेशन/विमानन प्रणालियों, ऑनबोर्ड कंप्यूटर प्रभाग और इमेजिंग इन्फ्रा-रेड सीकर सुविधाओं की प्रगति से अवगत कराया।
रक्षा राज्य मंत्री ने डीआरडीओ के वैज्ञानिकों की सराहना की
रक्षा राज्य मंत्री ने अत्याधुनिक हथियार प्रणालियों के निर्माण के माध्यम से आत्मनिर्भर भारत के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के लिए डीआरडीओ के वैज्ञानिकों की सराहना की। उन्होंने वैज्ञानिक समुदाय से वर्तमान परिदृश्य में किसी भी चुनौती का सामना करने के लिए सशस्त्र बलों को और मजबूत बनाने का आह्वान किया।
डीआरडीएल का मुख्यालय कहाँ है?
डीआरडीएल (DRDL – Defence Research and Development Laboratory) का मुख्यालय हैदराबाद, तेलंगाना में स्थित है।
भारत में रक्षा अनुसंधान एवं विकास (आरएंडडी) क्या है?
भारत में रक्षा अनुसंधान एवं विकास (R&D) का कार्य मुख्य रूप से DRDO (Defence Research and Development Organisation) द्वारा किया जाता है।
डीआरडीएल के संस्थापक कौन हैं?
डीआरडीएल (DRDL) की स्थापना 1961 में की गई थी। इसके संस्थापक निदेशक थे:
डॉ. ए. पी. जे. अब्दुल कलाम (DRDL में उनके योगदान को अत्यंत महत्वपूर्ण माना जाता है)।
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