आवारा कुत्तों की आबादी कम करने में मिलेगी मदद
हैदराबाद : ग्रेटर हैदराबाद नगर निगम (GHMC) 17 अगस्त को सुबह 6 बजे से 10 बजे के बीच जलागम वेंगलराव पार्क, बंजारा हिल्स में इंडी पिल्लों को गोद (Dog Adoption) लेने का अभियान शुरू कर रहा है। अभियान का उद्देश्य शहर में आवारा पिल्लों के लिए प्यार भरे घर ढूंढना है और इसे विभिन्न स्थानों पर आयोजित किया जाएगा, जहां लोग जाकर पिल्लों को गोद ले सकेंगे। जीएचएमसी ने नागरिकों से आगे आकर इस अभियान का समर्थन करने का आग्रह किया तथा इंडी पिल्लों को सुरक्षित और देखभाल वाला वातावरण प्रदान करने के महत्व पर बल दिया। गोद लेने की प्रक्रिया में पिल्लों की बुनियादी स्वास्थ्य जाँच और टीकाकरण शामिल होगा। जीएचएमसी को उम्मीद है कि यह अभियान ज़्यादा लोगों को पालतू जानवर खरीदने के बजाय उन्हें गोद लेने के लिए प्रोत्साहित करेगा, जिससे शहर में आवारा कुत्तों की आबादी कम करने में मदद मिलेगी।
पिल्ला क्या खाता है?
छोटे पिल्ले अपनी उम्र और स्वास्थ्य के अनुसार मां का दूध, पपी डॉग फूड, नरम उबला चावल, और दाल-सूप जैसी आसानी से पचने वाली चीजें खाते हैं। शुरुआती महीनों में उन्हें हल्का, पौष्टिक और प्रोटीन से भरपूर भोजन देना जरूरी होता है ताकि उनकी हड्डियों और मांसपेशियों का सही विकास हो।
कुत्तों के 7 मुख्य प्रकार कौन से हैं?
दुनिया में कुत्तों की नस्लें सैकड़ों हैं, लेकिन प्रमुख सात प्रकार हैं – स्पोर्टिंग, हाउंड, वर्किंग, टेरियर, टॉय, नॉन-स्पोर्टिंग और हर्डिंग। हर प्रकार की अपनी विशेषताएं और काम करने की क्षमता होती है, जैसे शिकार, सुरक्षा, साथ निभाना या पशुओं को नियंत्रित करना।
कुत्ते पहले क्या थे?
आज के पालतू कुत्ते प्राचीन भेड़ियों से विकसित हुए हैं। हजारों साल पहले मनुष्यों ने उन्हें पालतू बनाना शुरू किया। समय के साथ प्रजनन और प्राकृतिक चयन से विभिन्न नस्लें बनीं। पहले ये मुख्य रूप से शिकार, सुरक्षा और दिशा खोजने के काम में मनुष्यों के साथी के रूप में रहते थे।
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