Hyderabad : तेलंगाना में -0.93 प्रतिशत अपस्फीति दर्ज

By Ankit Jaiswal | Updated: July 16, 2025 • 10:57 PM

विशेषज्ञों ने आर्थिक मंदी की दी चेतावनी

हैदराबाद। एक दुर्लभ और चिंताजनक आर्थिक घटनाक्रम में, तेलंगाना आधिकारिक तौर पर अपस्फीति के दौर में प्रवेश कर गया है और जून 2025 तक पिछले वर्ष की तुलना में नकारात्मक मुद्रास्फीति (inflation) दर्ज करने वाला भारत (India) का एकमात्र प्रमुख राज्य बन गया है। 2014 में अपने गठन के बाद से राज्य ने पहली बार अपस्फीति दर्ज की है। सांख्यिकी एवं कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय (एमओएसपीआई) की नवीनतम रिपोर्ट के अनुसार , राज्य की समग्र मुद्रास्फीति -0.93 प्रतिशत रही, जिसमें ग्रामीण क्षेत्रों में -1.54 प्रतिशत और शहरी केंद्रों में -0.45 प्रतिशत मुद्रास्फीति देखी गई, जो व्यापक आधार पर मूल्य में गिरावट का संकेत है

राष्ट्रीय औसत मुद्रास्फीति दर 2.1 प्रतिशत के बिल्कुल विपरीत

यह राष्ट्रीय औसत मुद्रास्फीति दर 2.1 प्रतिशत के बिल्कुल विपरीत है, जो तेलंगाना की स्थिति की विशिष्टता और गंभीरता को दर्शाता है। कांग्रेस सरकार इस प्रवृत्ति को नीतिगत सफलता या आर्थिक समझदारी के संकेत के रूप में प्रस्तुत करने की कोशिश कर रही है, फिर भी आर्थिक विशेषज्ञ और उद्योग जगत के जानकार इस पर चिंता जता रहे हैं। नियंत्रित मुद्रास्फीति के विपरीत, अपस्फीति आमतौर पर आर्थिक संकुचन का संकेत है, जो उपभोक्ता माँग में गिरावट, निवेश में ठहराव, राजस्व प्रवाह में गिरावट और समग्र आर्थिक गतिरोध से प्रेरित होता है।

उपभोक्ता मांग में गिरावट सभी क्षेत्रों में मुख्य समस्या

विशेषज्ञों के अनुसार, उपभोक्ता मांग में गिरावट सभी क्षेत्रों में मुख्य समस्या बनी हुई है। खुदरा से लेकर कृषि तक, कम क्रय शक्ति आर्थिक गतिविधियों का दम घोंट रही है। कम कीमतों का मतलब जीएसटी संग्रह में कमी है, जिसका अंततः राज्य की सार्वजनिक सेवाओं और कल्याणकारी योजनाओं के वित्तपोषण की क्षमता पर असर पड़ेगा। ऋतु भरोसा योजना के भुगतान में देरी, ठेकेदारों के लंबित बिलों का बोझ बढ़ना और बिजली का बकाया 12,000 करोड़ रुपये से अधिक होने से राजकोषीय दबाव स्पष्ट दिखाई दे रहा है।

तेलंगाना राज्य में किस पार्टी की सरकार है?

2023 के विधानसभा चुनावों में कांग्रेस पार्टी ने तेलंगाना में जीत हासिल की। वर्तमान में (2025) तेलंगाना में कांग्रेस की सरकार है और रेवंत रेड्डी मुख्यमंत्री हैं।

तेलंगाना का पुराना नाम क्या था?

Telangana पहले आंध्र प्रदेश राज्य का एक हिस्सा था। अलग राज्य बनने से पहले इसे “तेलंगाना क्षेत्र” के नाम से जाना जाता था, जो हैदराबाद राज्य का भी हिस्सा रहा था।

तेलंगाना के मुख्यमंत्री की जाति क्या है?

Telangana के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी की जाति रेड्डी है। रेड्डी समुदाय आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में प्रभावशाली मानी जाती है और राजनीति में सक्रिय भूमिका निभाती है।

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