Crime : मादक पदार्थों की तस्करी का प्रमुख केंद्र बनकर उभरा हैदराबाद

By Kshama Singh | Updated: August 3, 2025 • 12:24 PM

अन्य राज्यों के बीच सड़क और रेल संपर्क का पूरा उपयोग

हैदराबाद। मादक पदार्थों की तस्करी करने वाले गिरोह मादक पदार्थों (Drugs) की खेपों के परिवहन के लिए हैदराबाद और अन्य राज्यों के बीच सड़क और रेल (Rail) संपर्क का पूरा उपयोग कर रहे हैं। हाल के दिनों में, निषेध एवं आबकारी विभाग की टीमों और तेलंगाना पुलिस ने कई गिरोहों को पकड़ा है जो शहर को मादक पदार्थों की तस्करी के लिए पारगमन बिंदु के रूप में इस्तेमाल कर रहे थे। कानून प्रवर्तकों ने रेलवे स्टेशनों, बस स्टेशनों और राजमार्गों पर भारी मात्रा में मादक पदार्थ, विशेष रूप से गांजा, बरामद किया, जो अन्य राज्यों को भेजा जा रहा था। मद्यनिषेध एवं आबकारी विभाग के एक अधिकारी ने बताया, ‘केंद्रीकृत स्थान के कारण हैदराबाद को प्राथमिकता दी जाती है। आंध्र प्रदेश से महाराष्ट्र या अन्य राज्यों में भेजा जाने वाला गांजा तेलंगाना के रास्ते लाया जाता है।

सैकड़ों किलोग्राम ड्रग्स जब्त

शहर के बाहरी इलाके में चलने वाला आउटर रिंग रोड गांजा तस्करी करने वाले गिरोहों के लिए गांजा परिवहन का एक महत्वपूर्ण मार्ग है। राचकोंडा और साइबराबाद पुलिस की विशेष ऑपरेशन टीमों, ड्रग लॉ एनफोर्समेंट के लिए एलीट एक्शन ग्रुप (ईएजीएलई) और स्थानीय पुलिस ने ओआरआर पर सैकड़ों किलोग्राम ड्रग्स जब्त किए हैं। राचकोंडा एसओटी के एक पुलिस अधिकारी ने बताया, ‘ओआरआर मार्ग महाराष्ट्र, कर्नाटक, तेलंगाना और आंध्र प्रदेश को जोड़ने वाले विभिन्न राजमार्गों को जोड़ता है। इसलिए कार, वैन, लॉरी या ट्रकों में गांजा की तस्करी करने वाले लोग ओआरआर को प्राथमिकता देते हैं। ओआरआर टोल नाकों पर पुलिस हमेशा सतर्क रहती है और तस्करों का पता लगाकर उन्हें पकड़ने में सक्षम रही है।’

सिकंदराबाद रेलवे स्टेशन तस्करों के लिए सबसे पसंदीदा जगह

रेलवे स्टेशनों में से, सिकंदराबाद रेलवे स्टेशन तस्करों के लिए सबसे पसंदीदा जगह है। एक रेलवे पुलिस अधिकारी ने बताया, ‘आंध्र प्रदेश से ट्रेनों के ज़रिए लाया गया गांजा सिकंदराबाद रेलवे स्टेशन पर फेंक दिया जाता है। फिर गिरोह के दूसरे सदस्य इसे उठाकर दूसरी ट्रेन से गंतव्य तक पहुँचा देते हैं।’ बस स्टेशनों पर भी नशीले पदार्थों की तस्करी के मामले सामने आते रहते हैं। एक पुलिस अधिकारी ने बताया, ‘यह शहर निजी और सरकारी बसों के ज़रिए दूसरे राज्यों के शहरों और कस्बों से अच्छी तरह जुड़ा हुआ है।’

मादक पदार्थ क्या हैं?

ऐसे रसायन या तत्व जो व्यक्ति के मस्तिष्क और शरीर को प्रभावित करते हैं और जिनका सेवन नशे, उत्तेजना या बेहोशी के लिए किया जाता है, उन्हें मादक पदार्थ कहा जाता है। इनका अधिक सेवन स्वास्थ्य के लिए हानिकारक और कई बार कानूनन अपराध भी होता है।

मादक पदार्थ कितने प्रकार के होते हैं?

स्वभाव और स्रोत के आधार पर मादक पदार्थ मुख्यतः तीन प्रकार के होते हैं—प्राकृतिक (जैसे अफीम, गांजा), कृत्रिम या सिंथेटिक (जैसे एलएसडी, कोकीन), और औषधीय (जैसे मॉर्फिन)। इनका उपयोग सीमित और नियंत्रण में होना आवश्यक होता है।

मादक का क्या अर्थ है?

जिस पदार्थ का सेवन करने से मनुष्य को नशा महसूस हो या उसकी चेतना और व्यवहार प्रभावित हो, उसे मादक कहा जाता है। यह शब्द आमतौर पर नशीली वस्तुओं और उनके प्रभाव को व्यक्त करने के लिए प्रयोग में लाया जाता है।

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