लाखों उपभोक्ताओं को बड़ी राहत
हैदराबाद। हैदराबाद मेट्रोपॉलिटन वाटर सप्लाई एंड सीवरेज बोर्ड (HMWS & SB) द्वारा तीन दिन की रुकावट के बाद सभी ऑनलाइन उपभोक्ता सेवाएं फिर से शुरू करने से लाखों उपभोक्ताओं को बड़ी राहत मिली। एचएमडब्ल्यूएसएसबी के महाप्रबंधक डी साई कृष्णा ने बताया , ‘सूचना प्रौद्योगिकी, इलेक्ट्रॉनिक्स एवं संचार, तेलंगाना के विशेषज्ञों ने तकनीकी गड़बड़ियों को दूर कर दिया है। टैंकर बुकिंग और डिलीवरी सिस्टम, शिकायत पंजीकरण, ‘मेट्रो कस्टमर केयर’ (MCC) और 20 अन्य ऑनलाइन सेवाओं सहित सभी उपभोक्ता सेवाएँ सामान्य रूप से बहाल हो गई हैं।‘
तकनीकी गड़बड़ियों के बावजूद जल बोर्ड का राजस्व रहा स्थिर
एचएमडब्ल्यूएसएसबी के डेटाबेस सेंटर में तकनीकी खराबी के कारण पिछले तीन दिनों में सभी ओएंडएम डिवीजनों में सैकड़ों टैंकर बुकिंग जमा हो गईं। एचएमडब्ल्यूएसएसबी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि परिणामस्वरूप, बुकिंग के बैकलॉग को कम करने के लिए हमने टैंकर ट्रिप बढ़ा दिए हैं। अधिकारी दावा कर रहे हैं कि तकनीकी गड़बड़ियों के बावजूद जल बोर्ड का राजस्व स्थिर रहा। अधिकारियों ने कहा, ‘तकनीकी गड़बड़ियों से जल बोर्ड के राजस्व पर कोई खास असर नहीं पड़ा।’ 90 प्रतिशत से ज़्यादा उपभोक्ता अपने मासिक पानी के बिल का भुगतान कर रहे हैं, जो हर महीने के दूसरे हफ़्ते से शुरू होने वाले हैं।
तकनीकी समस्या का हो गया समाधान
एक अधिकारी ने बताया कि तकनीकी समस्या का समाधान हो गया है, जिससे ऑनलाइन बिलिंग सेवाएँ फिर से शुरू हो गई हैं। अधिकारी ने आगे कहा, ‘सौभाग्य से, तकनीकी समस्या का समाधान हो गया और ऑनलाइन बिलिंग सेवाएँ फिर से शुरू हो गईं।’ इस बीच, जल बोर्ड के अधिकारी भविष्य में तकनीकी समस्याओं के कारण इसी तरह की बाधा उत्पन्न होने की स्थिति में वैकल्पिक व्यवस्था अपनाने की योजना बना रहे हैं।
हैदराबाद का पुराना नाम क्या था?
गोलकुंडा साम्राज्य के दौरान इस क्षेत्र को “भाग्यनगर” कहा जाता था, जो बाद में मुहम्मद कुली कुतुबशाही द्वारा हैदराबाद नाम से बसाया गया।
हैदराबाद क्यों प्रसिद्ध है?
ऐतिहासिक इमारतें, चारमीनार, बिरयानी, आईटी हब और मोतियों के व्यापार के लिए यह शहर अंतरराष्ट्रीय पहचान रखता है।
हैदराबाद कितने किलोमीटर में बसा है?
नगर क्षेत्र लगभग 650 वर्ग किलोमीटर में फैला है, जबकि ग्रेटर हैदराबाद म्यूनिसिपल कॉर्पोरेशन का कुल क्षेत्रफल करीब 1100 वर्ग किलोमीटर है।
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