Language: राजनेताओं को भाषा के मामले में गरिमापूर्ण व्यवहार करना चाहिए: वेंकैया नायडू

By Ajay Kumar Shukla | Updated: August 6, 2025 • 9:56 AM

हैदराबाद। पूर्व उपराष्ट्रपति वेंकैया (Former Vice President) नायडू ने आज कहा कि राजनेताओं (Politicians) को भाषा के मामले में गरिमापूर्ण व्यवहार करना चाहिए। साथ ही, उन्होंने यह भी कहा कि कई पत्रकार अब यूट्यूब पर अपनी मनमर्जी से बात कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि पत्रकारिता में भाषा का बहुत महत्व है।

भाषा के प्रति अपना दृष्टिकोण बदलना चाहिए

उन्होंने सुझाव दिया कि नेताओं को भाषा के प्रति अपना दृष्टिकोण बदलना चाहिए। वरिष्ठ संपादक इनागंती वेंकट राव द्वारा लिखित पुस्तक “मर्जर-डिवीजन मन मुख्यमंत्रीलु” का विमोचन बशीरबाग प्रेस क्लब में हुआ। राज्य मीडिया अकादमी के अध्यक्ष के. श्रीनिवास रेड्डी और पूर्व उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू, जो मुख्य अतिथि थे, ने “मर्जर-डिवीजन हमारे मुख्यमंत्री” पुस्तक का विमोचन किया। इस अवसर पर बोलते हुए, नायडू ने कहा कि आज के युवाओं को “मर्जर-डिवीजन आवर चीफ मिनिस्टर्स” पुस्तक अवश्य पढ़नी चाहिए। अगर वे इस पुस्तक को पढ़ेंगे, तो उन्हें नेताओं के प्रशासन, ज्ञान और नेतृत्व के बारे में सब कुछ पता चल जाएगा

“मैंने अपने जीवन में दो बार आँसू बहाए हैं : पूर्व उपराष्ट्रपति

उन्होंने कहा कि समाचार पत्र समाज का दर्पण होता है और इसे लोगों को यह बताना चाहिए कि समाज में क्या हो रहा है। उन्होंने कहा, “मैंने अपने जीवन में दो बार आँसू बहाए हैं। एक बार जब मुझे अपनी माँ की याद आई, तो मैंने अपनी माँ को नहीं देखा। दूसरी बार जब मुझे संसदीय दल की बैठक में बुलाया गया और उपराष्ट्रपति बनाया गया, तो मैं राजनीति से बाहर नहीं आना चाहता था।”

पूर्व उपराष्ट्रपति कौन था?

वर्तमान उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ (Jagdeep Dhankhar) थे, किंतु उन्होंने 21 जुलाई 2025 को स्वास्थ्य कारणों से इस्तीफ़ा दे दिया।

इस समय का उपराष्ट्रपति कौन है?

वर्तमान (आज की तारीख: August 6, 2025) के आधार पर उपराष्ट्रपति का पद फिलहाल खाली (Vacant) है।

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