हैदराबाद : तेलंगाना के प्रसिद्ध खैरताबाद के महागणपति ने राज्यपाल (Governor) और मंत्रियों (Ministers) ने पूजा-अर्चना की। 71 वर्षों से गणेशोत्सव लगातार हो रहा है। राज्यपाल, जिष्णु देव वर्मा, मंत्री पोन्नम प्रभाकर, राज्यसभा सदस्य अनिल कुमार यादव, विधायक दानम नागेंद्र ने विनायक चतुर्थी के अवसर पर खैरताबाद स्थित श्री विश्वशांति महाशक्ति गणपति के दर्शन किए और विशेष पूजा-अर्चना की।
भगवान गणेश के समक्ष पूजा-अर्चना करना उनके लिए सम्मान की बात : राज्यपाल
राज्यपाल जिष्णु देव वर्मा ने गणेश चतुर्थी समारोह के उद्घाटन अवसर पर 69 फुट ऊँची खैरताबाद स्थित भगवान गणेश की विशाल प्रतिमा की पूजा-अर्चना की। देश की सबसे ऊँची और प्रतिष्ठित प्रतिमाओं में से एक, खैरताबाद गणेश प्रतिमा के दर्शन के लिए भारी भीड़ उमड़ी और राज्यपाल के आगमन ने उत्सव के उत्साह को और बढ़ा दिया। बाद में, राज्यपाल ने समृद्धि, राजभवन स्टाफ क्वार्टर और राजभवन में भगवान गणेश की विशेष पूजा भी की। इस अवसर पर बोलते हुए, राज्यपाल ने कहा कि भगवान गणेश के समक्ष पूजा-अर्चना करना उनके लिए सम्मान की बात है और उन्होंने तेलंगाना के लोगों को गणेश चतुर्थी की हार्दिक शुभकामनाएँ दीं।
सभी विभागों के साथ समन्वय करके विनायक उत्सव की बेहतर व्यवस्था की : मंत्री पोन्नम
इस अवसर परिवहन मंत्री मंत्री पोन्नम प्रभाकर ने कहा कि महागणपति 71 वर्षों से खैरताबाद में भक्तों को आशीर्वाद देते आ रहे हैं। इस बार, खैरताबाद विनायक 69 फीट ऊँचा हो गया है। नवरात्रि उत्सव के दौरान भगवान के दर्शन के लिए राज्य भर से और यहाँ तक कि अन्य राज्यों से भी श्रद्धालु आते हैं। हमने सभी विभागों के साथ समन्वय करके विनायक उत्सव की व्यवस्था की है। हमने सरकार की ओर से शहर भर में 46वें सामूहिक गणेश उत्सव की भी व्यवस्था की है।
बोनालु उत्सव की तरह ही गणेश उत्सव भी धूमधाम से मनाया जा रहा है : मंत्री
मंत्री ने कहा कि बोनालु उत्सव की तरह ही गणेश उत्सव भी धूमधाम से मनाया जा रहा है। बारिश हो रही है, श्रद्धालुओं को बिजली दुर्घटनाओं से बचने के लिए मंडपों में सावधानी बरतनी चाहिए। प्रभु से प्रार्थना है कि राज्य में भरपूर बारिश हो, दुग्ध उत्पादन प्रचुर मात्रा में हो, और लोगों को दीर्घायु, स्वास्थ्य, सुख और समृद्धि मिले।
खैरताबाद गणेश इतना प्रसिद्ध क्यों है?
परंपरा और समय की लंबाई:
यह त्योहार 1954 से लगातार मनाया जा रहा है, पहले केवल 1 फ़ुट की प्रतिमा से शुरुआत हुई थी। तब से यह लगातार विशालता और धार्मिक उत्साह के लिए जाना जाता है।
वर्ष-दर-वर्ष ऊंचाई में वृद्धि:
हर साल मूर्ति की ऊंचाई एक फीट अधिक होती गई, 2014 तक यह 60 फ़ुट तक पहुँच गई। 2024 में 70 फ़ुट ऊँची प्रतिमा बनाई गई—जिसका उद्देश्य 70वें वर्ष को प्रतीकात्मक रूप से दर्शाना था।
खैरताबाद गणेश 2025 कितने फीट है?
2025 में, खैरताबाद गणपति की ऊँचाई 69 फ़ुट रखी गई है। इस वर्ष की मूर्ति को “Vishwashanti Mahashakthi Ganapati” नाम दिया गया है, जिसे 220 शिल्पकारों (जिसमें 80 मिट्टी के काम वाले और 40 वेल्डर्स शामिल हैं) ने लगभग 90 दिनों में बनाया है, और यह पूरी तरह से इको‑फ्रेंडली सामग्री से निर्मित है।
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