संगारेड्डी। तेलंगाना (Telangana) के संगारेड्डी के किसानों ने बड़ा कठोर कदम उठाया। उन्होंने अपने हाथों से केले की फसल को नष्ट कर दी। केले की कीमतों में भारी गिरावट के कारण संगारेड्डी (Sangareddy) जिले के किसानों को भारी नुकसान उठाना पड़ा है, जिसके कारण कई किसानों को कटाई से पहले ही अपनी फसल नष्ट करनी पड़ी है।
संगारेड्डी में करीब 500 एकड़ में होती है केले की खेती
ज़िले में 500 एकड़ से ज़्यादा ज़मीन पर केले की खेती होती है, ज़्यादातर ज़हीराबाद, कोहिर और मोगुदमपल्ली मंडलों में। किसान आमतौर पर केले के लिए 8 से 12 रुपये प्रति किलो कमाते हैं, यानी लगभग आठ फल प्रति किलो। हालाँकि, कीमतें गिरकर 3 रुपये प्रति किलो हो गई हैं, जिससे किसान असमंजस और परेशान हैं। कम मुनाफे के बावजूद, ज़हीराबाद, संगारेड्डी और आसपास के इलाकों में विक्रेता एक दर्जन केले 60 से 80 रुपये में बेच रहे हैं, जबकि किसानों को 10 रुपये प्रति दर्जन भी नहीं मिल पा रहा है। किसानों का आरोप है कि बिचौलियों की दखलंदाजी ने मुनाफे की सारी संभावनाएँ खत्म कर दी हैं।
किसान को बिना कटाई के ही बाकी फसल बेचनी पड़ी
ज़हीराबाद मंडल के केले की खेती करने वाले एक किसान ने बताया कि उन्होंने दस एकड़ में केले की खेती की है और प्रति एकड़ 80,000 से 1 लाख रुपये तक का निवेश किया है। एक केले की फसल 10 से 11 महीनों में लगभग 20,000 टन उपज देती है, और उसी बागान में हर नौ महीने में दो अतिरिक्त कटाई संभव है। नवंबर के दूसरे हफ़्ते में जब वह अपनी 40 प्रतिशत उपज बेचने में कामयाब हुए, तो कीमतें गिरने लगीं, जिससे उन्हें बिना कटाई के ही बाकी फसल बेचनी पड़ी।
किसानों ने सरकार से कोल्ड स्टोरेज सुविधा की मांग की
किसानों ने विपणन और बागवानी विभागों से तत्काल हस्तक्षेप की माँग करते हुए सरकार से आग्रह किया कि वह संकटग्रस्त बिक्री को रोकने के लिए कोल्ड स्टोरेज सुविधाएँ स्थापित करे और प्रसंस्करण इकाइयों को उनकी उपज का मूल्यवर्धन करने में सहायता करे। उन्होंने कहा कि कीमतों में भारी गिरावट ने कई किसानों को संकट में डाल दिया है, और कई तो अपनी लागत भी नहीं निकाल पा रहे हैं। उत्पादकों ने एक विशेषज्ञ टीम से क्षेत्र का दौरा करने, उनकी स्थिति का आकलन करने तथा संकट से उबरने में उनकी सहायता के लिए मुआवजा सुनिश्चित करने की भी अपील की है।
केले की खेती भारत में कहाँ की जाती है?
भारत में केले की खेती लगभग हर राज्य में होती है, लेकिन प्रमुख राज्य यह हैं:
- तमिलनाडु
- महाराष्ट्र
- कर्नाटक
- आंध्र प्रदेश
- तेलंगाना
- गुजरात
- बिहार
- मध्यप्रदेश
- केरल
तमिलनाडु और महाराष्ट्र भारत में सबसे बड़े केले उत्पादक राज्य हैं।
केले की फसल कितने दिन में तैयार होती है?
केले की फसल को तैयार होने में आमतौर पर:
12 से 15 महीने (1 से 1.3 साल) का समय लगता है।
कुछ हाई-यील्ड किस्मों में फसल 10–12 महीने में भी तैयार हो सकती है।
Read Telugu News: https://vaartha.com/
यह भी पढ़ें :