News Hindi : खनिज अन्वेषण और राष्ट्र निर्माण में जीएसआई की महत्वपूर्ण भूमिका : केन्द्रीय मंत्री

By Ajay Kumar Shukla | Updated: September 27, 2025 • 10:10 PM

हैदराबाद : भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण (जीएसआई), दक्षिणी क्षेत्र, हैदराबाद ने आज हैदराबाद के बंदलागुडा-नागोल स्थित अपने कार्यालय में स्वच्छता ही सेवा 2025 अभियान के अंतर्गत “स्वच्छता उत्सव” (Cleanliness Festival)का आयोजन किया। मुख्य अतिथि के रूप में भाग लेते हुए, केंद्रीय कोयला एवं खान मंत्री जी. किशन रेड्डी (G. Kishan Reddy) ने जीएसआई कार्यालय में चार नवीन ‘अपशिष्ट से धन’ मॉडलों का उद्घाटन किया।

किशन रेड्डी ने जीएसआई की स्वच्छता पहलों की सराहना की

एक सभा को संबोधित करते हुए, केंद्रीय मंत्री ने GSI की स्वच्छता पहलों की सराहना की और स्वच्छ भारत मिशन के तहत राष्ट्रव्यापी अभियान में इसकी सक्रिय भागीदारी पर प्रसन्नता व्यक्त की। खनिज अन्वेषण में जीएसआई की अपरिहार्य भूमिका पर प्रकाश डालते हुए, उन्होंने विशेष रूप से कोयले को भारत के विकास की रीढ़ बताया। “भारत में लगभग 74 प्रतिशत बिजली कोयले से उत्पन्न होती है। कोयले के बिना बिजली नहीं हो सकती; बिजली के बिना उद्योग, विकास और प्रगति नहीं हो सकती”, किशन रेड्डी ने कोयला भंडार और अन्य महत्वपूर्ण खनिजों की पहचान करने में जीएसआई की 175 वर्षों की समर्पित सेवा पर ज़ोर दिया और उसकी सराहना की, जो राष्ट्र के विकास के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण हैं

केन्द्रीय मंत्री ने कर्मचारियों को स्वच्छता किट वितरित

बाद में, उन्होंने जीएचएमसी और (GSI) के सफाई कर्मचारियों को स्वच्छता किट वितरित कीं। कार्यक्रम की शुरुआत आनंद नगर जंक्शन से मंसूराबाद रोड स्थित जीएसआई कार्यालय के मुख्य द्वार तक एडीजी और विभागाध्यक्ष, एसआर, बसब मुखोपाध्याय द्वारा उद्घाटन की गई ‘स्वच्छोत्सव’ रैली के साथ हुई। इसके बाद एक व्यापक सफाई अभियान चलाया गया, जिसमें स्थानीय निवासियों के साथ-साथ डीडीजी, निदेशक, अधिकारी और जीएसआई के कर्मचारियों ने भी उत्साहपूर्वक भाग लिया।

भारत का भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण क्या है?

भारत सरकार के खान मंत्रालय के अधीन एक प्रमुख वैज्ञानिक संगठन है, जिसकी स्थापना 1851 में की गई थी। इसका उद्देश्य देश में भूवैज्ञानिक अनुसंधान करना और खनिज संसाधनों की खोज करना है।

भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण का मुख्यालय कहाँ है?

भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण का मुख्यालय कोलकाता (पश्चिम बंगाल) में स्थित है।

भू-वैज्ञानिक सर्वेक्षण का मुख्य कार्य क्या है?

GSI का मुख्य कार्य भारत के भूगर्भीय ढाँचे का अध्ययन करना, खनिज और प्राकृतिक संसाधनों की खोज करना, भूवैज्ञानिक मानचित्र तैयार करना, भू-सूचना प्रदान करना तथा भू-संबंधी आपदाओं (जैसे भूस्खलन, भूकंप) के लिए वैज्ञानिक जानकारी उपलब्ध कराना है।

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