हैदराबाद : तेलंगाना आंदोलन (Telangana Movement) के दौरान अपने पद से इस्तीफा देने वाली पूर्व डीएसपी नलिनी से भाजपा तेलंगाना (BJP Telangana ) प्रदेश अध्यक्ष एन. रामचंद्र राव ने उनके आवास पर मुलाकात की। इस अवसर पर उन्होंने नलिनी के स्वास्थ्य और उनकी समस्याओं के बारे में जानकारी ली।
जय तेलंगाना के नारे के साथ आंदोलन का समर्थन किया था नलिनी ने
एमएलसी अंजी रेड्डी, पूर्व सांसद और भाजपा तेलंगाना प्रदेश उपाध्यक्ष डॉ. बूरा नरसय्या गौड़, वरिष्ठ नेता गुडूर नारायण रेड्डी, यादाद्री जिला पार्टी अध्यक्ष अशोक गौड़, प्रदेश महासचिव वेमुला अशोक और अन्य वरिष्ठ नेता भी इस अवसर पर उपस्थित थे। इस अवसर पर, भाजपा तेलंगाना प्रदेश अध्यक्ष ने मीडिया से बात की। उन्होंने कहा कि हालाँकि नलिनी तेलंगाना आंदोलन के दौरान पुलिस बल में थीं, फिर भी उन्होंने जय तेलंगाना के नारे के साथ आंदोलन का समर्थन किया और अपने पद से इस्तीफा दे दिया।
वर्तमान कांग्रेस सरकार ने नलिनी को मुश्किल में डाला : भाजपा
उन्होंने याद दिलाया कि नलिनी के इस्तीफे के बाद, विभाग ने उन्हें निलंबित कर दिया, लेकिन अभी तक उन्हें मिलने वाले सेवानिवृत्ति लाभ जारी नहीं किए हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि पिछली बीआरएस और वर्तमान कांग्रेस सरकार ने नलिनी को मुश्किल में डाल दिया है और कहा कि मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी के आश्वासन के बावजूद, उन्हें अभी तक लाभ जारी नहीं किए गए हैं। उन्होंने दावा किया कि हालाँकि नलिनी ने 16 पृष्ठों की एक रिपोर्ट प्रस्तुत की है और स्थिति स्पष्ट की है, फिर भी राज्य सरकार अन्य कारणों का हवाला देकर लाभ जारी नहीं कर रही है।
मानसिक पीड़ा नलिनी का स्वाथ्य बिगड़ा : रामचंदर राव
उन्होंने कहा, “परिणामस्वरूप, नलिनी को मानसिक पीड़ा हुई है। उनकी तबीयत बिगड़ गई है। ऐसे में, नलिनी के समर्थन में, भाजपा की टीम उनसे मिलने गई। नलिनी ने कहा कि वह अपनी सेवानिवृत्ति और अन्य आधिकारिक लाभों का उपयोग सामुदायिक सेवा के लिए करेंगी। राज्य सरकार को अब सेवानिवृत्ति लाभ जारी करना चाहिए और उन्हें इस मानसिक पीड़ा से बाहर निकालना चाहिए।” राव ने कहा कि अगर नलिनी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलने का समय मांगती हैं तो वे प्रोटोकॉल नियमों के अनुसार प्रधानमंत्री से उनकी मुलाकात कराने की कोशिश करेंगे।
नलिनी ने पुलिस सेवा से इस्तीफा क्यों दिया था?
तेलंगाना आंदोलन के समर्थन में अपनी संवेदनशीलता दिखाते हुए पुलिस सेवा से इस्तीफा दिया था। वे आंदोलन के दौरान सरकारी कार्रवाई से असहमत थीं और जनता के साथ खड़ी होना उन्होंने उचित समझा।
तेलंगाना आंदोलन में नलिनी की भूमिका क्या थी?
नलिनी ने एक पूर्व पुलिस अधिकारी के रूप में आंदोलन के पक्ष में आवाज उठाई और सरकार के दमनकारी कदमों की आलोचना की। उनका इस्तीफा आंदोलन को नैतिक समर्थन देने वाला एक साहसिक कदम माना गया।
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