हैदराबाद : भारत सरकार के जनजातीय कार्य मंत्रालय द्वारा आयोजित “आदि कर्मयोगी अभियान” (Adi Karmayogi Abhiyan) राष्ट्रीय सम्मेलन में, तेलंगाना राज्य को जनजातीय कल्याण में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले राज्य के रूप में मान्यता दी गई। राज्य के प्रतिनिधियों ने राष्ट्रपति से राष्ट्रीय पुरस्कार (National Awards ) प्राप्त किए।
मुख्यमंत्री ने मंत्री अद्दुरी लक्ष्मण की सराहना की
अद्दुरी लक्ष्मण, जनजातीय एवं समाज कल्याण मंत्री, सब्यसाची घोष, विशेष मुख्य सचिव, कल्याण विभाग, विट्टा सर्वेश्वर रेड्डी, अतिरिक्त निदेशक, जनजातीय कल्याण विभाग, डॉ. वी. समुजवाला, निदेशक, जनजातीय सांस्कृतिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण संस्थान, पद्मा पी.वी. आज मुख्यमंत्री एनुमुला रेवंत रेड्डी से मिले और उन्हें प्राप्त पुरस्कार दिखाए और बताया कि तेलंगाना जनजातीय कल्याण विभाग ने भारत के जनजातीय कार्य मंत्रालय द्वारा संचालित योजनाओं को प्रभावी ढंग से लागू किया है और विभाग के लिए कड़ी मेहनत की है। मुख्यमंत्री ने संबंधित अधिकारियों को बधाई दी।
प्रधानमंत्री जनमन कार्यक्रम में तेलंगाना देश के शीर्ष तीन राज्यों में से एक
गौरतलब है कि तेलंगाना राज्य की उपलब्धियों में प्रधानमंत्री जनमन कार्यक्रम में तेलंगाना देश के शीर्ष तीन राज्यों में से एक बन गया है। धरती आबा जनजाति ग्रामीण उत्कर्ष अभियान (डीए जेजीयूए) सामुदायिक भागीदारी में देश में छठे स्थान पर रहा है। आदिलाबाद, कोमरम भीम आसिफाबाद जिलों और आईटीडीए भद्राचलम और उत्नूर को आदि कर्मयोगी अभियान में राष्ट्रीय स्तर के पुरस्कार मिले हैं। पद्म पीवी, डॉ. ए. कीर्ति, डॉ. जी. नरेंद्र रेड्डी को सर्वश्रेष्ठ प्रशिक्षक के रूप में सम्मानित किया गया। ये सम्मान तेलंगाना में आईटीडीए और क्षेत्रीय कर्मचारियों के प्रयासों का प्रमाण हैं। राज्य व्यापक जनजातीय विकास, जनभागीदारी और अंतर-विभागीय समन्वय के लिए एक आदर्श है।
जनजातीय कल्याण क्या है?
Tribal Welfare से तात्पर्य उन सभी योजनाओं, नीतियों और कार्यक्रमों से है जो भारत सरकार और राज्य सरकारें आदिवासी (जनजातीय) समुदायों के सामाजिक, आर्थिक, शैक्षिक और सांस्कृतिक विकास के लिए चलाती हैं।
इसका उद्देश्य है —
- जनजातीय लोगों को शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार, आवास और आजीविका के अवसर देना,
- उनकी परंपराओं और संस्कृति की रक्षा करना,
- और उन्हें समाज की मुख्यधारा से जोड़ना।
जनजातीय का क्या अर्थ होता है?
जनजातीय (Tribal) शब्द उन लोगों के लिए प्रयोग होता है जो आदिवासी समुदायों से संबंध रखते हैं, जो प्राचीन काल से विशेष भौगोलिक क्षेत्रों (जैसे जंगल, पहाड़ आदि) में रहते आए हैं और जिनकी अपनी भाषा, संस्कृति, परंपरा और सामाजिक व्यवस्था होती है।
भारत में इन्हें अनुसूचित जनजाति (Scheduled Tribes – ST) कहा जाता है।
Tribal Welfare विभाग की स्थापना कब की गई थी?
जनजातीय कार्य मंत्रालय (Ministry of Tribal Affairs) की स्थापना 1999 में की गई थी।
इससे पहले जनजातीय कल्याण से जुड़ी योजनाएँ गृह मंत्रालय (Ministry of Home Affairs) के अधीन आती थीं।
1999 में इसे एक अलग मंत्रालय बनाकर जनजातीय समुदायों के समग्र विकास के लिए विशेष रूप से जिम्मेदार बनाया गया।
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