हैदराबाद। राष्ट्रीय ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज संस्थान (एनआईआरडीपीआर), हैदराबाद ने एक ऐतिहासिक कार्यशाला (Workshop) का सफलतापूर्वक आयोजन किया और ग्रामीण विकास (Rural Development) पहलों, विशेष रूप से दीन दयाल उपाध्याय ग्रामीण कौशल योजना (डीडीयू-जीकेवाई) के अंतर्गत परियोजना मूल्यांकन तंत्र को सुदृढ़ करने हेतु दस राज्यों के प्रतिनिधियों के साथ समझौता ज्ञापनों (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए।
भारत सरकार के ग्रामीण विकास मंत्रालय के प्रतिनिधियों ने भाग लिया
एनआईआरडीपीआर के राजेंद्रनगर परिसर में आयोजित इस कार्यक्रम में अरुणाचल प्रदेश, त्रिपुरा, जम्मू और कश्मीर, तमिलनाडु, कर्नाटक, नागालैंड, असम, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश और आंध्र प्रदेश के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ-साथ भारत सरकार के ग्रामीण विकास मंत्रालय (एमओआरडी) के प्रतिनिधियों ने भाग लिया। कुछ राज्य अपने व्यस्त कार्यक्रमों के कारण आज इसमें शामिल नहीं हो सके।
मजबूत और पारदर्शी मूल्यांकन प्रणाली स्थापित करने के महत्व पर बल
एनआईआरडीपीआर के महानिदेशक डॉ. जी. नरेंद्र कुमार ने ग्रामीण विकास पहलों में राज्य-केंद्र सहयोग को सुदृढ़ करने के महत्व पर बल दिया। सभा को संबोधित करते हुए, उन्होंने कहा, “ये समझौता ज्ञापन परियोजना मूल्यांकन प्रक्रिया को सुव्यवस्थित करेंगे और भाग लेने वाले राज्यों में ग्रामीण कौशल विकास कार्यक्रमों के अधिक कुशल कार्यान्वयन को सुनिश्चित करेंगे।” उन्होंने कौशल विकास परियोजनाओं के गुणवत्तापूर्ण कार्यान्वयन को सुनिश्चित करने के लिए एक मजबूत और पारदर्शी मूल्यांकन प्रणाली स्थापित करने के महत्व पर भी बल दिया।
एनआईआरडी हैदराबाद में प्रवेश कैसे प्राप्त करें?
NIRDPR में मुख्य रूप से दो वर्षीय Post Graduate Diploma in Management – Rural Management (PGDM-RM) कोर्स के लिए प्रवेश होता है।
Nirdpr क्या है?
National Institute of Rural Development and Panchayati Raj.
एनआईआरडीपीआर का उद्देश्य क्या है?
ग्रामीण विकास की योजनाओं का प्रशिक्षण देना — जैसे MGNREGA, जल जीवन मिशन, स्वच्छ भारत मिशन आदि।
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