बिना इस्तेमाल किए गए चश्मों के ढेर देख बीआरएस में आक्रोश
हैदराबाद। सरकारी लापरवाही के एक स्पष्ट मामले में, सार्वजनिक वितरण के लिए बनाए गए नए कांति वेलुगु चश्मे विकाराबाद नगरपालिका (Vikarabad Municipality) के बाहरी इलाके में अल्लामपल्ली और कोथागडी में कचरे के ढेर में फेंके पाए गए। इलाके से गुज़रते स्थानीय लोगों ने खुले कूड़ेदान में फेंके गए बिना इस्तेमाल किए चश्मों के ढेर देखे। ये चश्मे, बीआरएस सरकार के प्रमुख कांति वेलुगु (Kanti Velugu) कार्यक्रम का हिस्सा थे, जिन्हें डॉक्टरों ने निर्धारित किया था और राज्य भर में आयोजित नेत्र जांच शिविरों के बाद मुफ़्त में वितरित किए गए थे।
अधिकारियों ने नहीं दिया कोई स्पष्टीकरण
प्रत्येक चश्मे के डिब्बे पर पूर्व मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव की तस्वीर छपी थी, जो सरकारी पहल से उनके सीधे संबंध को दर्शाता है। हालांकि अधिकारियों ने अभी तक इस बारे में कोई स्पष्टीकरण नहीं दिया है कि चश्मे क्यों फेंके गए, लेकिन इस घटना पर विभिन्न वर्गों से तीखी प्रतिक्रियाएँ सामने आईं। नागरिकों ने स्वास्थ्य विभाग द्वारा सार्वजनिक संसाधनों के लापरवाही से इस्तेमाल और करदाताओं के पैसे की बर्बादी पर अपना गुस्सा ज़ाहिर किया। सोशल मीडिया पर सामने आए एक वीडियो में एक स्थानीय निवासी चश्मों के ढेर की ओर इशारा करते हुए कह रहा है, ‘यह स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की घोर लापरवाही और करदाताओं के पैसे की बर्बादी है। ज़िला कलेक्टर को इस अस्वीकार्य कृत्य के लिए ज़िम्मेदार सभी अधिकारियों के ख़िलाफ़ कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए।’
चश्मे का असली नाम क्या है?
दृष्टि सुधार या आंखों की सुरक्षा के लिए पहने जाने वाले चश्मे का असली नाम “स्पेक्टेकल्स” या “आइग्लासेस” है। इसे लेंस और फ्रेम के संयोजन से बनाया जाता है और यह दृष्टि दोष को सुधारने या आंखों को बाहरी प्रभाव से बचाने का काम करता है।
धूप के चश्मे की क्षमता कितनी होती है?
धूप के चश्मे की क्षमता आमतौर पर 99% से 100% तक यूवी किरणों को रोकने की होती है। अच्छे क्वालिटी वाले चश्मे में पोलराइज्ड लेंस भी होते हैं जो तेज रोशनी से आंखों की सुरक्षा करते हैं और देखने में स्पष्टता बनाए रखते हैं।
चश्मे से आप क्या समझते हैं?
आंखों पर पहनने वाला उपकरण, जिसमें फ्रेम और लेंस होते हैं, चश्मा कहलाता है। इसका उपयोग दृष्टि दोष सुधारने, धूप या धूल से आंख बचाने और फैशन के रूप में भी किया जाता है। यह चिकित्सा और सुरक्षा दोनों उद्देश्यों के लिए महत्वपूर्ण है।
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