भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच का आदेश दें
हैदराबाद। बीआरएस के कार्यकारी अध्यक्ष के टी रामा राव (केटीआर) ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) से सवाल किया कि भाजपा (BJP) नीत केंद्र सरकार तेलंगाना में कांग्रेस सरकार के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच का आदेश देने में विफल क्यों रही। केटीआर ने कहा कि सीबीआई, ईडी और अन्य जांच एजेंसियां होने के बावजूद केंद्र ने रेवंत रेड्डी सरकार के खिलाफ एक भी जांच शुरू नहीं की है। रविवार को निजामाबाद के दौरे के दौरान गृह मंत्री के बयानों पर प्रतिक्रिया देते हुए केटीआर ने पूछा, ‘आप कहते हैं कि कांग्रेस तेलंगाना को एटीएम की तरह लूट रही है, फिर भी कोई जांच नहीं हो रही है? आपको क्या रोक रहा है, श्री अमित शाह?’
दोनों दलों के बीच मौन सहमति
उन्होंने कहा कि भाजपा तेलंगाना में कांग्रेस सरकार को बचा रही है, जबकि बीआरएस को दबाने के लिए दोहरा खेल खेल रही है। उन्होंने कहा कि भाजपा नेताओं ने स्वयं बार-बार रेवंत रेड्डी सरकार पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया है, तथा कांग्रेस के मुख्यमंत्री के खिलाफ भाजपा नीत केंद्र सरकार की निष्क्रियता दोनों दलों के बीच मौन सहमति को उजागर करती है। उन्होंने कहा, ‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वयं अपने पिछले दौरे के दौरान राहुल गांधी और रेवंत रेड्डी पर संयुक्त रूप से ‘आरआर टैक्स’ वसूलने का आरोप लगाया था, लेकिन आज तक कोई कार्रवाई नहीं की गई।’
भेदभाव राज्य के लोगों की नजरों से ओझल नहीं हुआ
रामा राव को संदेह है कि भाजपा तेलंगाना में बीआरएस को कमजोर करने के लिए रेवंत रेड्डी को मोहरे के रूप में इस्तेमाल कर रही है। तेलंगाना से दो केंद्रीय मंत्रियों सहित आठ सांसद होने के बावजूद, भाजपा ने किसी भी सिंचाई परियोजना को राष्ट्रीय परियोजना का दर्जा नहीं दिया। उन्होंने कहा, ‘किसी भी आईआईटी, आईआईएम या केंद्रीय चिकित्सा संस्थान को राष्ट्रीय परियोजना का दर्जा नहीं दिया गया है। यह भेदभाव राज्य के लोगों की नजरों से ओझल नहीं हुआ।’ उन्होंने आंध्र प्रदेश पुनर्गठन अधिनियम में किए गए वादों को पूरा करने में केंद्र की भाजपा सरकार की विफलता की ओर भी इशारा किया, जैसे हैदराबाद के लिए बयारम स्टील प्लांट और आईटीआईआर।
आंध्र प्रदेश की बनकचर्ला परियोजना को आगे बढ़ा रही भाजपा सरकार
उन्होंने कहा कि इसके बजाय, भाजपा सरकार आंध्र प्रदेश की बनकचर्ला परियोजना को आगे बढ़ा रही है, जबकि तेलंगाना के किसानों के जल अधिकारों पर अंकुश लगा रही है और काजीपेट कोच फैक्ट्री के संचालन का निजीकरण कर रही है, जिससे स्थानीय युवाओं के लिए रोजगार के अवसर खत्म हो रहे हैं। उन्होंने भाजपा पर कालेश्वरम परियोजना का राजनीतिकरण करने और उसके खिलाफ बदनामी का अभियान चलाने का भी आरोप लगाया। उन्होंने कहा, ‘इसकी सफलता को स्वीकार करने के बजाय, आप चुनावी लाभ के लिए इसे बदनाम करने की कोशिश कर रहे हैं।’
हल्दी बोर्ड के बार-बार उद्घाटन की उड़ाई खिल्ली
रामा राव ने हल्दी बोर्ड के बार-बार उद्घाटन की खिल्ली उड़ाई । उन्होंने पूछा, ‘आप एक ही बोर्ड को कितनी बार लॉन्च करेंगे? पीयूष गोयल ने जनवरी में इसे वर्चुअली लॉन्च किया था। आज (रविवार को) रिबन काटने में क्या नया है?’ उन्होंने कहा कि केंद्र ने बोर्ड के लिए कोई फंड जारी नहीं किया और इसके बजाय पूर्व मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव द्वारा निर्मित एक इमारत के अंदर अपना कार्यालय स्थापित किया। उन्होंने कहा कि तेलंगाना के प्रति लगातार पक्षपात दिखाने वाली भाजपा को पहले ही नकार दिया गया है और वह निकट भविष्य में कभी सत्ता में नहीं आएगी।
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