कछुए की गति से चल रहा मरम्मत कार्य
हैदराबाद। सड़क एवं भवन विभाग राज्य भर में सड़क (road) निर्माण कार्य के बड़े-बड़े दावे करता है, लेकिन सड़कों की स्थिति, विशेषकर ग्रामीण क्षेत्रों में, विपरीत तस्वीर पेश करती है। राज्य भर में कई सड़कें टूटी-फूटी और गड्ढों से भरी हैं । शहरी इलाकों की तुलना में ग्रामीण इलाकों (Rural areas) में सड़कों की हालत और भी खराब है। हालांकि, विभाग का दावा है कि दिसंबर 2023 से 6,445 करोड़ रुपये की लागत से कई कार्यों को पहले ही मंजूरी दी जा चुकी है। दिलचस्प बात यह है कि स्वीकृत किए गए 230 कार्यों में से, 51 किलोमीटर को कवर करने वाले केवल पांच कार्य ही अब तक 86.2 करोड़ रुपये की लागत से पूरे हुए हैं, जो राज्य में कार्यों के निष्पादन की गति को दर्शाता है।
ठेकेदार काम शुरू करने में नहीं दिखा रहे रुचि
अधिकारियों ने यह भी बताया कि कई कार्य निष्पादन के विभिन्न चरणों में हैं, जिनमें अनुमान चरण, निविदा चरण, कार्य आदेश चरण, समझौता चरण और प्रगति पर कार्य शामिल हैं। अधिकारियों ने बताया कि स्वीकृत 6,445 करोड़ रुपये के कार्यों में से 4,135 करोड़ रुपये की लागत से 1,339 किलोमीटर लंबे 140 कार्य प्रगति पर हैं। अधिकारी कार्यों के क्रियान्वयन की योजनाएँ बना रहे हैं, लेकिन ठेकेदार बिलों के भुगतान में देरी के डर से काम शुरू करने में रुचि नहीं दिखा रहे हैं।
ठेकेदारों ने नहीं लगाईं बोलियाँ
कई ठेकेदार, जिन्होंने पूर्व में कार्य किया था, अपने लंबित बिलों के भुगतान के लिए विभाग से बार-बार अपील कर रहे थे। कई कार्यों के लिए विभाग ने निविदाएँ जारी की थीं, लेकिन ठेकेदारों ने बोलियाँ ही नहीं लगाईं। कुछ कार्यों के लिए तो तीन-चार बार निविदाएँ जारी की गईं, फिर भी ठेकेदारों की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली। राज्य में मानसून आने के बावजूद, इस साल पैचवर्क सहित कई सड़क निर्माण कार्य शुरू नहीं हो पाए हैं।
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