विभाग ने गठित किए पाँच विशेष दल
संगारेड्डी। सिगाची इंडस्ट्रीज (Sigachi Industries) लिमिटेड में हुए विस्फोट के मद्देनजर, जिसमें 46 लोगों की जान चली गई और आठ श्रमिकों का पता नहीं चल पाया, राज्य सरकार ने तेलंगाना में उच्च जोखिम वाले उद्योगों का निरीक्षण करने के लिए विशेष समितियों का गठन करके औद्योगिक सुरक्षा पर अपना ध्यान केंद्रित किया है। श्रम, रोजगार, प्रशिक्षण एवं कारखाना (LETF) विभाग ने पाँच विशेष दल गठित किए हैं, जिनका नेतृत्व संबंधित क्षेत्रों के उप-मुख्य कारखाना निरीक्षक करेंगे। अन्य सदस्यों में जिला उद्योग केंद्र के महाप्रबंधक, बॉयलर उप-निरीक्षक, उप-श्रम आयुक्त और प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के एक पर्यावरण अभियंता शामिल हैं।
उद्योगपतियों के लिए जागरूकता कार्यक्रम आयोजित करने का दे निर्देश
इन समितियों को 4,061 फार्मा, रसायन और अन्य उच्च जोखिम वाली इकाइयों का निरीक्षण करने का काम सौंपा गया है, जिसमें संगारेड्डी, मेदक, मेडचल-मलकजगिरी और यादाद्री-भुवनगिरी जिलों पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। संबंधित जिला कलेक्टरों के साथ समन्वय में, विशेष टीमें प्रक्रिया में तेजी लाने के लिए उप-समितियाँ भी गठित करेंगी। एलईटीएफ विभाग ने सरकार से अनुरोध किया है कि वह कलेक्टरों को सीआईआई, फिक्की, एफटीसीसीआई, आईएलए और अन्य संस्थाओं के सहयोग से उद्योगपतियों के लिए जागरूकता कार्यक्रम आयोजित करने का निर्देश दे।
चार चरणों में लागू की जाएगी निरीक्षण प्रक्रिया
सुरक्षा अभियान के तहत, सभी उच्च जोखिम वाले उद्योगों को एक सप्ताह के भीतर समितियों को निर्धारित प्रारूप में स्व-प्रमाणन जाँच सूची प्रस्तुत करने का निर्देश दिया गया है। इसका पालन न करने पर कारखानों का अनिवार्य निरीक्षण किया जाएगा। औद्योगिक दुर्घटनाओं के प्रति अधिक संवेदनशील माने जाने वाले पुराने कारखानों को प्राथमिकता दी जाएगी। निरीक्षण प्रक्रिया चार चरणों में लागू की जाएगी। फार्मा और रासायनिक इकाइयों को एक महीने के भीतर कवर किया जाएगा, इसके बाद दूसरे चरण में गैस बॉटलिंग, तेल, पेंट, फ़ॉर्मूलेशन और बायोटेक कारखानों को शामिल किया जाएगा। तीसरे चरण में ताप विद्युत संयंत्रों, सीमेंट, इस्पात और फाउंड्री इकाइयों पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा, जबकि चौथे चरण में अन्य सभी उच्च जोखिम वाले उद्योग शामिल होंगे। इस सप्ताह के शुरू में जारी सरकारी आदेश संख्या 331 के अनुसार, सम्पूर्ण निरीक्षण अभियान दो महीने के भीतर पूरा हो जाने की उम्मीद है।
उद्योग किसे कहते हैं?
कोई भी ऐसा संगठित कार्य जो बड़े पैमाने पर उत्पादन, निर्माण या सेवाओं से संबंधित हो, उद्योग कहलाता है। इसका उद्देश्य वस्तुओं या सेवाओं का निर्माण करके मुनाफा कमाना होता है। यह देश की आर्थिक स्थिति को मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
भारत में कुल कितने उद्योग हैं?
देशभर में हजारों की संख्या में छोटे, मध्यम और बड़े उद्योग सक्रिय हैं। इन्हें प्रमुख रूप से प्राथमिक, द्वितीयक और तृतीयक श्रेणियों में बांटा गया है। इसमें कृषि आधारित, लघु उद्योग, भारी उद्योग, टेक्सटाइल, इस्पात, रसायन, आईटी और सेवा उद्योग शामिल हैं।
औद्योगिक का क्या अर्थ है?
ऐसी कोई भी चीज़, गतिविधि या स्थान जो उद्योग से संबंधित हो, उसे औद्योगिक कहा जाता है। जैसे- औद्योगिक क्षेत्र, औद्योगिक विकास, औद्योगिक क्रांति आदि। इसका संबंध उत्पादन, निर्माण, और व्यावसायिक गतिविधियों से होता है जो आर्थिक विकास से जुड़ी होती हैं।
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