Politics : टीपीसीसी अध्यक्ष ने कहा पहले ही बन चुका है बनकाचेरला, हुई आलोचना

By Kshama Singh | Updated: August 2, 2025 • 11:39 PM

दोनों तेलुगू राज्यों के नेताओं के बीच वाकयुद्ध जारी

हैदराबाद। आंध्र प्रदेश में प्रस्तावित बनकाचेरला परियोजना (Banakacherla Project) को लेकर दोनों तेलुगू राज्यों के नेताओं के बीच वाकयुद्ध जारी है, वहीं टीपीसीसी अध्यक्ष (TPCC President) महेश कुमार गौड़ ने यह दावा करके विवाद खड़ा कर दिया है कि परियोजना का निर्माण पहले ही हो चुका है, जिसके बाद विभिन्न पक्षों ने उनकी तीखी आलोचना की है। उन्होंने ये टिप्पणी शुक्रवार रात संगारेड्डी में ‘जनहित पदयात्रा’ के दौरान की। सभा को संबोधित करते हुए, महेश कुमार गौड़ ने बनकचेरला परियोजना को कथित तौर पर अनुमति देने के लिए पिछली बीआरएस सरकार को दोषी ठहराया

टीपीसीसी अध्यक्ष ने लगाए आरोप

उन्होंने कहा, ‘बीआरएस सरकार की लापरवाही के कारण ही आंध्र प्रदेश सरकार ने बनकचेरला परियोजना का निर्माण किया है।’ टीपीसीसी अध्यक्ष ने आगे आरोप लगाया कि पूर्व सिंचाई मंत्री टी. हरीश राव ने परियोजना के निर्माण को मंज़ूरी देने वाले दस्तावेज़ों पर हस्ताक्षर किए थे। उन्होंने कहा, ‘हम आंध्र प्रदेश को एक बूँद पानी भी नहीं लेने देंगे।’ हालाँकि, उनकी टिप्पणी की व्यापक आलोचना हुई। कई लोगों ने सिंचाई क्षेत्र के बारे में कांग्रेस नेतृत्व की समझ पर सवाल उठाए।

तेलंगाना की ज़रूरतों का ज़रा भी अंदाज़ा नहीं

चंद्रम कुम्मारी ने एक्स पर पोस्ट किया कि घोटालेबाज़ नेताओं को तेलंगाना की ज़रूरतों का ज़रा भी अंदाज़ा नहीं है। पिछले 55 सालों से, वे तेलंगाना को नदी जल में उसके वाजिब हिस्से से वंचित रखने के लिए ज़िम्मेदार हैं। अब, वे फिर से तेलंगाना के हितों की रक्षा के बड़े-बड़े वादे कर रहे हैं। भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) ने भी कांग्रेस की प्रतिबद्धता और ज्ञान की कमी की आलोचना की। टीपीसीसी प्रमुख के बयान की एक क्लिप साझा करते हुए, बीआरएस प्रवक्ता मन्ने कृषांक ने एक्स पर कहा कि टीपीसीसी अध्यक्ष का कहना है कि बनकाचेरला का निर्माण पहले ही पूरा हो चुका है। यह मसखरापन प्रदर्शित है।

कांग्रेस की उत्पत्ति कैसे हुई थी?

ब्रिटिश शासन में भारतीयों की भागीदारी और राजनीतिक अधिकारों की मांग को मंच देने के उद्देश्य से 1885 में ए. ओ. ह्यूम, एक सेवानिवृत्त ब्रिटिश अधिकारी ने कांग्रेस की स्थापना की थी। इसका पहला अधिवेशन मुंबई में हुआ था, जिसमें 72 प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया था।

1969 में कांग्रेस विभाजन के क्या कारण थे?

इंदिरा गांधी और वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं के बीच राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार को लेकर मतभेद गहरा गया। इंदिरा गांधी ने वी.वी. गिरी का समर्थन किया, जबकि संगठन ने नीलम संजीव रेड्डी को। इसी टकराव के चलते कांग्रेस का 1969 में विभाजन हो गया।

भारत में कितने राज्यों में कांग्रेस की सरकार है?

साल 2024 तक कांग्रेस की सरकार तीन राज्यों—कर्नाटक, तेलंगाना और हिमाचल प्रदेश—में है। इसके अलावा वह कुछ अन्य राज्यों में गठबंधन की सरकार का हिस्सा है या प्रमुख विपक्षी दल के रूप में कार्य कर रही है।

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