जन्नारम में चार गिरफ्तार
मंचेरियल। पुलिस ने कंबोडिया (Cambodia) से जुड़े एक अंतरराष्ट्रीय (International) साइबर अपराध गिरोह का भंडाफोड़ किया है, जो जन्नाराम मंडल मुख्यालय में एक किराए के मकान से संचालित हो रहा था। 4 लोगों को गिरफ्तार किया गया है और उनके पास से सैकड़ों सिम कार्ड, लैपटॉप, तकनीकी उपकरण और एक मोटरसाइकिल जब्त की गई है। ऑपरेशन के विवरण का खुलासा करते हुए, डीसीपी ए भास्कर ने कहा कि आंध्र प्रदेश के मान्यम जिले से यंद्रपु कामेश, जगतियाल जिले के गोलापेल्ली मंडल से बावु बापैया और बावु मधुकर और जन्नाराम के किश्तपुर से गोटला राजेश को स्थानीय स्तर पर रैकेट चलाने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था।
संदिग्ध सिम बॉक्स गतिविधि के बारे में किया था सूचित
तेलंगाना राज्य साइबर सुरक्षा ब्यूरो (टीजीसीएसबी) और दूरसंचार विभाग ने मंचेरियल पुलिस को संदिग्ध सिम बॉक्स गतिविधि के बारे में सूचित किया था। सूचना के आधार पर, पुलिस ने एक अवैध सेटअप का पता लगाया, जिसमें सिम बॉक्स तकनीक का उपयोग करके रिमोट कॉल एक्टिवेशन शामिल था। यह तकनीक अक्सर अंतरराष्ट्रीय साइबर घोटालों में कॉल की उत्पत्ति छिपाने के लिए इस्तेमाल की जाती है। पूछताछ के दौरान, आरोपी ने जन्नाराम प्रतिष्ठान से अंतरराष्ट्रीय स्पूफ कॉल करके जनता को धमकाने और बड़ी रकम वसूलने की बात कबूल की। बापैया ने अन्य तीन लोगों की मदद से, खम्मम निवासी जैक उर्फ साई कृष्णा, जो वर्तमान में कंबोडिया में रहता है, के निर्देशों पर यह प्रतिष्ठान स्थापित करने की बात स्वीकार की।
तकनीक की खरीद के लिए दिए थे पैसे
उन्होंने आगे खुलासा किया कि जैक ने इस ऑपरेशन में इस्तेमाल होने वाले उपकरणों और तकनीक की खरीद के लिए पैसे दिए थे। ऑनलाइन सट्टेबाजी में 13 लाख रुपये का नुकसान झेल चुके कामेश ने बिना किसी दस्तावेज़ के 150 से ज़्यादा सिम कार्ड हासिल करने की बात स्वीकार की, जिनका इस्तेमाल फिर धोखाधड़ी वाले कॉल करने के लिए किया गया। बापैया, मधुकर और राजेश ने बताया कि ऑपरेशन में उनकी भूमिका के लिए जैक ने उन्हें काम पर रखा था और वेतन भी दिया था। डीसीपी भास्कर ने कहा कि अतिरिक्त लिंक का पता लगाने और अंतर्राष्ट्रीय साइबर अपराध नेटवर्क का पता लगाने के लिए जांच जारी है।
साइबर अपराध के 5 प्रकार क्या हैं?
हैकिंग, फिशिंग, ऑनलाइन फ्रॉड, साइबर बुलिंग और मालवेयर अटैक साइबर अपराध के प्रमुख पाँच प्रकार हैं। ये अपराध कंप्यूटर, मोबाइल या इंटरनेट के माध्यम से किए जाते हैं और व्यक्तिगत जानकारी, वित्तीय डेटा या प्रतिष्ठा को नुकसान पहुँचा सकते हैं।
साइबर अपराध क्या है विस्तार से?
इंटरनेट, कंप्यूटर नेटवर्क या डिजिटल उपकरणों का उपयोग करके किए गए अवैध कार्यों को साइबर अपराध कहा जाता है। इसमें डेटा चुराना, बैंक खातों में सेंध लगाना, फर्जी वेबसाइट बनाना, अश्लील सामग्री फैलाना या धमकी देना शामिल होता है। यह अपराध व्यक्तिगत, सामाजिक और राष्ट्रीय स्तर पर हानिकारक हो सकता है।
साइबर अपराध का क्या अर्थ है?
डिजिटल तकनीक के माध्यम से होने वाले अपराधों को साइबर अपराध कहते हैं। यह ऐसा व्यवहार है जिसमें किसी की गोपनीयता, संपत्ति या सम्मान को ऑनलाइन माध्यम से नुकसान पहुँचाया जाता है। इसमें तकनीकी ज्ञान का दुरुपयोग करके धोखाधड़ी या अन्य गैरकानूनी कार्य किए जाते हैं।
Read Also : Hyderabad : प्रसव के मामले में निजी अस्पताल निकले आगे