आतंकी तहव्वुर राणा, जो 26/11 मुंबई आतंकी आक्रमण का प्रमुख दोषी है, अब इंडिया की धरती पर कदम रखने वाला है। सूत्रों के अनुसार, NIA की टीम तहव्वुर राणा को लेकर कल, यानी गुरुवार की सवेरा, दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर लैंड करेगी। राणा का प्रत्यर्पण इंडिया सुरक्षा एजेंसियों के लिए एक बड़ी सफलता है, और मुंबई हमले के पीड़ितों को अब जल्द ही न्याय मिलने की आशा है।
आतंकी तहव्वुर राणा का प्रत्यर्पण: भारत में मिलेगा न्याय
तहव्वुर राणा को लेकर अमेरिका की सुप्रीम कोर्ट द्वारा पिछले कुछ दिनों में कई अहम फैसले दिए गए थे। 7 मार्च 2025 को अमेरिका की सुप्रीम कोर्ट ने राणा की प्रत्यर्पण के विरुद्ध दायर याचिका को खारिज कर दिया। इसके बाद, भारत को राणा के प्रत्यर्पण की इजाज़त मिल गई। अब, राणा को इंडिया भेजने की प्रक्रिया अंतिम चरण में है। इस प्रत्यर्पण के साथ, 26/11 मुंबई आतंकी हमले के पीड़ितों को न्याय मिलने की संभावना मजबूत हो गई है।
अमेरिका की सुप्रीम कोर्ट ने खारिज की याचिका, राणा को भारत भेजने की मंजूरी
तहव्वुर राणा ने अमेरिका की सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर कर अपने प्रत्यर्पण पर रोक लगाने की मांग की थी। उसने अपनी विध्वस्त स्वास्थ्य दशा और टॉर्चर होने की आशंका जताई थी, लेकिन अमेरिकी अदालत ने उसकी याचिका निर्जन कर दी। 21 जनवरी 2025 को सुप्रीम कोर्ट ने यह निर्णय सुनाया, जिससे राणा का इंडिया भेजना सुनिश्चित हो गया। इसके बाद अमेरिकी विदेश विभाग ने अगले कदमों का मूल्यांकन किया, और अब राणा की इंडिया वापसी की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है।

कानूनी प्रक्रिया में तेजी, अब दिल्ली में लैंड करेगा राणा
भारतीय सुरक्षा एजेंसियां इस मामले में अमेरिका प्रशासन के संपर्क में थीं। बुधवार से यह खबरें आ रही थीं कि राणा के प्रत्यर्पण की कागजी कार्रवाई पूरी हो चुकी है और उसे इंडिया के लिए रवाना किया गया है। अब, इंडिया में पहुंचने के बाद राणा को अपने सभी जुर्मों का हिसाब देना होगा।
निष्कर्ष
तहव्वुर राणा का प्रत्यर्पण एक महत्वपूर्ण कदम है, जिससे न केवल मुंबई हमले के पीड़ितों को न्याय मिलेगा, बल्कि यह आतंकवाद के विरुद्ध इंडिया की कड़ी कार्रवाई को भी दर्शाता है। अब, राणा की वापसी के बाद हिंदुस्तानी अदालतों में उसे सख्त सजा मिलनी तय है।