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Tesla Dojo: भारतवंशी ने मस्क को दिया झटका

Dhanarekha
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Tesla Dojo: भारतवंशी ने मस्क को दिया झटका

भारतवंशी की नई कंपनी से मस्क को बड़ा नुकसान, टेस्ला ने बंद किया चिप प्रोजेक्ट

दुनिया के सबसे अमीर कारोबारी एलन मस्क(Elon Musk) को एक भारतवंशी ने ऐसा झटका दिया है, जिसे टेस्ला(Tesla Dojo) लंबे समय तक याद रखेगी। कंपनी ने अपनी चिप बनाने वाली यूनिट डोजो (Dojo) को बंद करने का फैसला किया है। इस फैसले के पीछे भारतीय मूल के गणेश वेंकटरमनन की नई स्टार्टअप का बड़ा हाथ है

डोजो प्रोजेक्ट पर लगा ब्रेक


टेस्ला का डोजो एक सुपरकंप्यूटर था, जिसका इस्तेमाल ऑटोपायलट और फुल सेल्फ-ड्राइविंग फीचर के लिए मशीन लर्निंग मॉडल ट्रेन करने में किया जाता था। यह कंप्यूटर कारों के रिकॉर्ड किए गए वीडियो डेटा को प्रोसेस करके एल्गोरिदम को और बेहतर बनाता था। विशेषज्ञों का मानना था कि डोजो टेस्ला को तकनीकी दौड़ में बड़ी बढ़त दे सकता है। 2023 में मॉर्गन स्टेनली ने अनुमान लगाया था कि यह कंपनी के मार्केट वैल्यू को 500 अरब डॉलर तक बढ़ा सकता है।

ब्लूमबर्ग रिपोर्ट के अनुसार, डोजो के हेड पीटर बैनन भी कंपनी छोड़ने वाले हैं। अब टेस्ला चिप निर्माण के लिए Nvidia, AMD और सैमसंग जैसी बाहरी कंपनियों पर निर्भर रहेगी।

भारतवंशी की नई स्टार्टअप का असर


यह बदलाव तब हुआ, जब टेस्ला के लगभग 20 कर्मचारी कंपनी छोड़कर नई स्टार्टअप डेंसिटीएआई (DensityAI) में चले गए। इस कंपनी की स्थापना भारतीय मूल के गणेश वेंकटरमनन ने की है, जो टेस्ला में पहले काम कर चुके हैं। उनके साथ बिल चांग और बेन फ्लोएरिंग जैसे पूर्व टेस्ला अधिकारी भी जुड़े हैं। डेंसिटीएआई ऐसे चिप, हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर विकसित कर रही है, जो AI डेटा सेंटर्स को पावर देंगे।

एलन मस्क ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट करते हुए कहा कि टेस्ला के लिए अपने संसाधनों को दो अलग-अलग AI चिप डिज़ाइनों में बांटना सही नहीं है। अब कंपनी पूरी कोशिश AI5, AI6 और आगे के चिप डिज़ाइन को बेहतर बनाने पर लगाएगी, ताकि कारों के AI सिस्टम को अधिक शक्तिशाली बनाया जा सके।

चुनौतियों से घिरी टेस्ला


टेस्ला इस समय कई मोर्चों पर दबाव में है। कंपनी की बिक्री घट रही है, प्रतिस्पर्धा बढ़ रही है और राजनीतिक मुद्दों पर एलन मस्क की गतिविधियों को लेकर ग्राहकों में नाराजगी है। हाल ही में कंपनी ने हजारों कर्मचारियों की छंटनी की और कई बड़े अधिकारी इस्तीफा दे चुके हैं।

डोजो प्रोजेक्ट का मुख्य उद्देश्य क्या था?
डोजो का उद्देश्य टेस्ला की सेल्फ-ड्राइविंग कारों के लिए मशीन लर्निंग मॉडल को ट्रेन करना था।

डेंसिटीएआई की स्थापना किसने की?
भारतीय मूल के गणेश वेंकटरमनन ने पूर्व टेस्ला अधिकारियों के साथ मिलकर डेंसिटीएआई शुरू की।

टेस्ला अब किन कंपनियों पर निर्भर होगी?
टेस्ला अब चिप निर्माण के लिए Nvidia, AMD और सैमसंग जैसी कंपनियों पर निर्भर रहेगी।

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