हैदराबाद। कंपनी के प्रबंध निदेशक वीसी सज्जनार ने स्पष्ट किया कि प्रबंधन टीजीएसआरटीसी कर्मचारियों के कल्याण के लिए प्रतिबद्ध है और राज्य सरकार के सहयोग से लंबित मुद्दों को चरणबद्ध तरीके से हल करेगा। प्रबंधन ने मंगलवार को हैदराबाद के बागलिंगमपल्ली स्थित टीजीएसआरटीसी कला भवन में राज्य स्तरीय कर्मचारी कल्याण बोर्ड के सदस्यों के साथ बैठक की। कंपनी के एमडी वीसी सज्जनार बैठक में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए।
वीसी सज्जनार क्षेत्रीय स्तर पर समस्याओं के बारे में जानकारी ली
वीसी सज्जनार ने कल्याण बोर्ड के सदस्यों तथा आरटीसी के वरिष्ठ अधिकारियों से सुझाव एवं सलाह प्राप्त की। उन्होंने क्षेत्रीय स्तर पर समस्याओं के बारे में जानकारी ली। इस अवसर पर बोलते हुए कुलपति सज्जनार ने कहा कि प्रबंधन आरटीसी कर्मचारियों के कल्याण को प्राथमिकता दे रहा है जो समर्पण के साथ काम कर रहे हैं और यात्रियों को सुरक्षित रूप से उनके गंतव्य तक पहुंचा रहे हैं। उन्होंने कहा कि हर महीने की पहली तारीख को वेतन का भुगतान किया जा रहा है, 2017 पीआरसी और 2013 आरपीएस बांड 21 प्रतिशत फिटमेंट के साथ जारी कर दिए गए हैं तथा लंबित महंगाई भत्ते स्वीकृत कर दिए गए हैं।
2350 कार्मिकों के परिवार के सदस्यों को अनुकंपा नियुक्ति
बताया गया कि कर्तव्य निर्वहन के दौरान शहीद हुए 2350 कार्मिकों के परिवार के सदस्यों को अनुकंपा नियुक्ति के माध्यम से नौकरी प्रदान की गई है। यह बात सामने आई कि 537 अन्य ऐसे लोगों को भी नौकरी दे दी गई जो चिकित्सकीय रूप से अयोग्य थे। उन्होंने याद दिलाया कि कर्मचारियों के स्वास्थ्य और सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए ग्रैंड हेल्थ चैलेंज कार्यक्रम के माध्यम से प्रत्येक कर्मचारी का स्वास्थ्य परीक्षण कराया गया और इसके परिणामस्वरूप कंपनी ने 726 कर्मचारियों और 184 कर्मचारियों के जीवनसाथियों की जान बचाई। उन्होंने कहा कि महालक्ष्मी योजना के क्रियान्वयन के कारण कर्मचारियों पर बढ़े कार्यभार को कम करने के लिए ड्राइवर व कंडक्टर के पदों पर अस्थायी नियुक्तियां की जा रही हैं, लेकिन कुछ लोग जानबूझकर गलत प्रचार कर रहे हैं।

आरटीसी में 3036 नियमित पदों को भरने की अनुमति मिली
बताया गया कि सरकार ने आरटीसी में 3036 नियमित पदों को भरने की अनुमति दे दी है, लेकिन तकनीकी कारणों से भर्ती प्रक्रिया में देरी हो रही है। उन्होंने कहा कि उन नियमों को निश्चित रूप से लागू किया जाएगा और इसमें किसी भी प्रकार की शंका की आवश्यकता नहीं है। उन्होंने कहा कि पिछले पांच-छह महीनों से कुछ लोग अपने अस्तित्व की रक्षा के लिए भड़काऊ बातें कर रहे हैं, इसके बावजूद कर्मचारी समय के बहुत पाबंद हैं। उन्होंने केंद्र सरकार से अनुरोध किया है कि वह राज्य सरकार के सहयोग से आरटीसी को इलेक्ट्रिक बसें खरीदने का अवसर प्रदान करे। उन्होंने कहा कि प्रबंधन द्वारा लिए गए निर्णय कर्मचारियों और संगठन के हितों पर आधारित होते हैं, किसी के व्यक्तिगत हितों पर नहीं।
कल्याण बोर्ड के सदस्यों को प्रबंधन और कर्मचारियों के बीच संपर्क सूत्र के रूप में कार्य करना चाहिए
उन्होंने बताया कि प्रत्येक निर्णय बहुत पारदर्शी तरीके से तथा tgsrtc कंपनी के नियमों एवं विनियमों के अनुसार लिया जाएगा। यह सुझाव दिया गया कि कल्याण बोर्ड के सदस्यों को प्रबंधन और कर्मचारियों के बीच संपर्क सूत्र के रूप में कार्य करना चाहिए। वे हर मुद्दे को स्वतंत्र रूप से उच्च अधिकारियों के ध्यान में लाना चाहते हैं। बताया गया कि इस बैठक में कल्याण बोर्ड के सदस्यों द्वारा दिए गए बहुमूल्य सुझावों एवं सिफारिशों पर विचार किया जाएगा। इस कार्यक्रम में कार्यकारी निदेशक मुनिशेखर, खुशरोशा खान, सोलोमन, वेंकन्ना, राजशेखर, वित्त सलाहकार विजयपुष्पा, एचओडी और अन्य ने भाग लिया।
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