रोजगार संकट का समाधान
नई दिल्ली: कांग्रेस सांसद शशि थरूर(Tharoor) ने अमेरिकी टैरिफ(US Tariff) के कारण भारतीय अर्थव्यवस्था में पैदा हुए रोजगार संकट का समाधान पर्यटन क्षेत्र में देखा है। सिंगापुर(Singapore) में अमेरिका पर हमलावर होने के बाद, उन्होंने मुंबई में युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराने के लिए पर्यटन को राष्ट्रीय प्राथमिकता बनाने का सुझाव दिया। उनका मानना है कि ऑटोमेशन के कारण मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में रोजगार के अवसर सीमित हैं, जबकि पर्यटन क्षेत्र अकुशल और कम कुशल श्रमिकों को भी रोजगार दे सकता है।
थरूर की सलाह और सरकार का रुख
थरूर(Tharoor) ने दुबई और सिंगापुर जैसे देशों का उदाहरण दिया, जहां भारत से 10 से 20 गुना ज्यादा पर्यटक आते हैं। उन्होंने भारत में होटल और सुविधाओं को बढ़ाकर पर्यटन को प्राथमिकता देने पर जोर दिया। इस संदर्भ में, यह जानना महत्वपूर्ण है कि केंद्र सरकार भी इस क्षेत्र पर काफी ध्यान दे रही है। केंद्रीय बजट 2025-26 में पर्यटन क्षेत्र के लिए 2541.06 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं, जिसका उद्देश्य बेहतर इंफ्रास्ट्रक्चर, स्किल डेवलपमेंट और यात्रा सुविधाओं को बढ़ावा देना है।
पर्यटन से रोजगार और भविष्य की संभावनाएं
केंद्रीय बजट के अनुसार, 2023 में भारत में पर्यटन क्षेत्र से 7.6 करोड़ रोजगार पैदा हुए थे। सरकार ने राज्यों के साथ मिलकर 50 शीर्ष पर्यटक स्थलों को विकसित करने की योजना बनाई है। इसके अलावा, युवाओं के लिए स्किल डेवलपमेंट प्रोग्राम, होमस्टे के लिए मुद्रा लोन, और कनेक्टिविटी में सुधार जैसे कई कदम उठाए जा रहे हैं। इन प्रयासों से पर्यटन क्षेत्र में न केवल रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे बल्कि यह अर्थव्यवस्था के विकास में भी महत्वपूर्ण योगदान देगा।
शशि थरूर ने रोजगार के लिए किस क्षेत्र पर ध्यान केंद्रित करने की सलाह दी है?
शशि थरूर(Tharoor) ने अमेरिकी टैरिफ से पैदा हुए रोजगार संकट के समाधान के लिए पर्यटन क्षेत्र पर ध्यान केंद्रित करने की सलाह दी है।
2023 में पर्यटन क्षेत्र ने कितने रोजगार पैदा किए?
2023 में पर्यटन क्षेत्र ने 7.6 करोड़ रोजगार पैदा किए।
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