22 अप्रैल को अमृतपाल सिंह पर लगी रासुका की अवधि खत्म हो जाएगी। इसके बाद अमृतपाल सिंह को भी पंजाब लाया जा सकता है। अमृतपाल ने 2024 का लोकसभा चुनाव निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में लड़ा था और खडूर साहिब सीट से जीत दर्ज की थी।
अमृतसर कट्टरपंथी उपदेशक अमृतपाल सिंह के एकमात्र सहयोगी पपलप्रीत पर लगाई गई एनएसए की अवधि समाप्त हो चुकी है। इसके बाद पंजाब पुलिस उसे डिबरूगढ़ से लेकर अमृतसर एयरपोर्ट पर पहुंची। पपलप्रीत डिबरूगढ़ जेल में बंद था। एयरपोर्ट से पंजाब पुलिस उसे राजासांसी पुलिस थाने लेकर जाएगी यहां उससे पूछताछ की जाएगी। अजनाला पुलिस की टीम पपलप्रीत सिंह को पंजाब लाने के लिए डिब्रूगढ़ गई हुई थी। इससे पहले मार्च में अमृतपाल सिंह के सात सहयोगियों को पंजाब लाया गया था। यहां उन्हें पुलिस हिरासत में भेज दिया गया।
ट्रांजिट रिमांड मिलने के बाद पपलप्रीत को पंजाब लाया गया है। पपलप्रीत को अजनाला पुलिस स्टेशन पर हमले के संबंध में दर्ज एफआईआर नंबर 39 के तहत गिरफ्तार किया गया और अगले दिन अजनाला अदालत में पेश किया जाएगा। सांसद अमृतपाल सिंह के ऊपर लगी एनएसए की अवधि 22 अप्रैल को समाप्त हो जाएगी।
पिछले महीने वापस आए थे 7 सहयोगी
कट्टरपंथी उपदेशक अमृतपाल सिंह के सात सहयोगियों को 21 मार्च को पंजाब लाया गया था। इन सभी को 2023 में अजनाला पुलिस थाने पर हुए हमले के मामले में शुक्रवार को यहां एक अदालत में पेश किया गया था, जिसने उन्हें 25 मार्च तक पुलिस हिरासत में भेज दिया था। अमृतपाल सिंह के इन सात सहयोगियों के खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (रासुका) के तहत लगाए गए आरोप वापस लिए जाने के बाद उन्हें असम के डिब्रूगढ़ केंद्रीय कारागार से रिहा कर दिया गया था, जिसके बाद पंजाब पुलिस ने एक अन्य मामले में उन्हें फिर से गिरफ्तार कर लिया था।
निर्दलीय चुनाव जीता था अमृतपाल
अमृतपाल समेत खालिस्तान समर्थक संगठन के 10 सदस्यों को मार्च 2023 में डिब्रूगढ़ केंद्रीय कारागार में रखा गया था। उन्हें संगठन पर कार्रवाई के तहत पंजाब के विभिन्न हिस्सों से रासुका के तहत गिरफ्तार किया गया था। अमृतपाल ने 2024 का लोकसभा चुनाव निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में लड़ा था और खडूर साहिब सीट से जीत दर्ज की थी।