तेलंगाना के नगरकुरनूल जिले में सुरंग धंसने के बाद उसमें फंसे लोगों की तलाश अभी भी की जा रही है। इसके लिए कई टीमों को लगाया गया है। वहीं अब केरल पुलिस के शव खोजी कुत्ते भी इस अभियान में जुट गए हैं।
नगरकुरनूल: तेलंगाना में श्रीशैलम लेफ्ट बैंक कैनाल (SLBC) सुरंग के एक हिस्से के ढहने के कारण इसमें फंसे आठ लोग फंस गए हैं। इन सभी लोगों को बचाने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। इसमें कई टीमें जुटी हुई हैं। इस अभियान में शामिल होने के लिए अब केरल पुलिस के विशेष रूप से प्रशिक्षित ‘शव खोजी कुत्ते’ गुरुवार को नगरकुरनूल पहुंचे। ये कुत्ते हवाई मार्ग से पहुंचे और उनके ‘हैंडलर’ अधिकारियों के साथ सुरंग में दाखिल हुए। तेलंगाना सरकार की एक आधिकारिक विज्ञप्ति में कहा गया कि किसी इंसान की मौजूदगी का पता लगाने के लिए कुत्तों को कैसे और कहां ले जाना है, इस पर एक योजना तैयार की जाएगी तथा शुक्रवार सुबह कुत्तों को सुरंग के अंदर ले जाया जाएगा।
दिया जाता है विशेष प्रशिक्षण
इन कुत्तों को लापता मनुष्यों, मानव शवों का पता लगाने के लिए विशेष रूप से प्रशिक्षित किया जाता है। केरल सरकार ने एक बयान में कहा कि ‘शव खोजी कुत्ते’ और उनके प्रशिक्षक अधिकारी गुरुवार की सुबह हैदराबाद के लिए रवाना हुए। बयान में कहा गया कि राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अनुरोध के बाद कुत्तों को बचाव अभियान के लिए भेजा गया। राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एनडीएमए) ने राज्य आपदा प्राधिकरण से इस संबंध में मदद मांगी थी। बचावकर्मियों ने पहले एनडीआरएफ के खोजी कुत्ते की सेवाएं ली थीं, ताकि खुदाई के लिए किसी मानवीय मौजूदगी की पहचान करने के वास्ते क्षेत्र का चयन किया जा सके। विज्ञप्ति में कहा गया कि एनडीएमए के वरिष्ठ अधिकारी कर्नल कीर्ति प्रताप सिंह ने गुरुवार को घटनास्थल का दौरा किया। राज्य सरकार के विशेष मुख्य सचिव (आपदा प्रबंधन) अरविंद कुमार ने सिंह को बचाव अभियान के बारे में जानकारी दी।
लोगों को निकालने का प्रयास जारी
विज्ञप्ति के अनुसार, सुरंग के अंदर 13.650 किलोमीटर की दूरी पर हुए इस हादसे में 150 मीटर लंबी ‘टनल बोरिंग मशीन’ (टीबीएम) पत्थर और मलबा गिरने के कारण पूरी तरह नष्ट हो गई है। उस जगह पर मिट्टी, पानी और पत्थर जमा हो गए हैं। इसमें कहा गया कि सुरंग के भीतर आठ लोगों के फंसे होने की आशंका है। विशाल टीबीएम को काटकर फंसे हुए लोगों का पता लगाने का प्रयास किया जा रहा है। विज्ञप्ति में कहा गया कि सुरंग में ‘कन्वेयर बेल्ट’ चालू कर दी गई है और बेल्ट का उपयोग करके मिट्टी को निकालने के बाद बचाव अभियान में तेजी आएगी। दुर्घटना के बाद ‘कन्वेयर बेल्ट’ क्षतिग्रस्त हो गई थी। तेलंगाना की महत्वपूर्ण एसएलबीसी परियोजना सुरंग में 22 फरवरी से इंजीनियर और मजदूरों सहित आठ लोग फंसे हुए हैं। एनडीआरएफ, सेना, नौसेना और अन्य एजेंसियों के विशेषज्ञ उन्हें सुरक्षित बाहर निकालने के लिए अथक प्रयास कर रहे हैं।