मध्य प्रदेश के उज्जैन में स्थित महाकाल महालोक एक बार फिर सुर्खियों में है. इस बार वजह बनी है भगवान शिव की त्रिपुरासुर संहार करती प्रतिमा, जिसे हाल ही में पर्दे से ढक दिया गया है. स्मार्ट सिटी के सीईओ ने बताया कि मेंटेनेंस काम के चलते इसे ढका गया है।
धार्मिक नगरी उज्जैन मे श्रद्धालुओं के आगमन मे बढ़ोतरी हो, श्रद्धालु बाबा महाकाल के आंगन मे आकर उनकी महिमा को जान सके और बाबा महाकाल की महिमा विश्वभर में विख्यात हो जाए। इसलिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उज्जैन में महाकाल महालोक बनवाया था। इसका उद्घाटन करने के लिए प्रधानमंत्री खुद धार्मिक नगरी उज्जैन आए थे, लेकिन महाकाल महालोक एक बार फिर सुर्खियों मे है. महाकाल लोक में फूड जोन के सामने लगी त्रिपुरासुर संहार की प्रतिमा पर्दे से ढकी हुई है।
श्री महाकालेश्वर मंदिर के महाकाल महालोक में धनुष द्वार के पास स्थित प्रवेश मार्ग के सामने भगवान शिव की त्रिपुरासुर संहार की प्रतिमा लगी हुई है, जिसमें भगवान शिव को रथ पर सवार होकर धनुष के माध्यम से त्रिपुरासुर का वध करते हुए दिखाया गया है। महाकाल लोक में लगी इस प्रतिमा के कारण ही पूरा महाकाल लोक आज चर्चा का विषय बना हुआ है. क्योंकि इस प्रतिमा को पर्दे से ढककर इसे सुधारने का कार्य किया जा रहा है।
स्मार्टस सिटी ने सीईओ ने क्या कहा?
- बताया जाता है कि तेज हवा चलने के कारण मूर्ति के रथ मे लगा छत्र और मूर्ति का कुछ हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया था। इसके बाद से ही इसे सुधारने का कार्य किया जा रहा है, लेकिन स्मार्ट सिटी के अधिकारियों का कहना है कि प्रतिमा टूटने जैसी कोई बात नहीं है। महाकाल महालोक में इन दिनो मेंटेनेंस का कार्य चल रहा है. इसके कारण ही इस प्रतिमा को सुधारा जा रहा है. स्मार्ट सिटी के सीईओ संदीप शिवा ने बताया कि महाकाल लोक मे सभी प्रतिमाओं का मेंटेनेंस किया जा रहा है।
2023 में क्षतिग्रस्त हुई थी 6 प्रतिमाएं
- प्रतिमा टूटने जैसी कोई बात नहीं है जल्द से जल्द हम इस मेंटेनेंस के कार्य को पूर्ण कर लेंगे. साल 2023 में महाकाल लोक में लगी सप्तऋषि की 6 प्रतिमाएं क्षतिग्रस्त हो गई थी। जिस पर पूरे प्रदेश मे जमकर बवाल मचा था। इन प्रतिमाओं को अगस्त 2023 मे नया लगाया गया था, जिसके बाद अब पत्थर की प्रतिमाओं को लगाने की तैयारी चल रही है।