मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने बुधवार को कहा कि जिन्होंने भाजपा से गठबंधन किया, वे ही जम्मू-कश्मीर की मौजूदा स्थिति के जिम्मेदार हैं।
उन्होंने कहा, “जो लोग मुझ पर केंद्रीय मंत्री के साथ फोटो खिंचवाने का आरोप लगा रहे हैं, वे कभी खुद भाजपा की गोद में बैठकर दूध और टॉफियों की बातें करते थे, युवाओं को गुमराह कर क्रिकेट बैट बांटते थे और उन्हें गृह मंत्री के कार्यक्रम में भेजते थे।”
मुख्यमंत्री, जो तीन दिन तक विधानसभा की कार्यवाही में शामिल नहीं हुए थे, विधानसभा स्थगित होने के बाद मीडिया से बात कर रहे थे।
उन्होंने कहा, “जब वे खुद भाजपा के साथ गठबंधन में थे तब तो चुप थे, अब मुझ पर उंगली उठा रहे हैं सिर्फ एक फोटो के लिए।”
उमर अब्दुल्ला ने बताया कि वे अपने पिता (डॉ. फारूक अब्दुल्ला) को ट्यूलिप गार्डन ले गए थे, वहां केंद्रीय मंत्री (किरेन रिजिजू) भी मौजूद थे। उन्होंने कहा, “मंत्री ने फोटो खिंचवाने के लिए कहा, तो मैं क्या करता? मना कर देता या बदतमीजी करता?”
उन्होंने कहा, “जो लोग इस फोटो का गलत मतलब निकाल रहे हैं, वे वही लोग हैं जिन्होंने भाजपा को जम्मू-कश्मीर की राजनीति में लाने में मदद की थी। ये वही लोग हैं जिन्होंने 2016 में हुई हत्याओं के लिए आज तक माफी नहीं मांगी है।”
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि उनकी गैर-मौजूदगी में विधानसभा में कई बातें हुईं। उन्होंने कहा, “चुने हुए प्रतिनिधियों को सदन में जनता की आवाज उठानी चाहिए, अगर वे नहीं करेंगे तो कौन करेगा?”
वक्फ संशोधन अधिनियम पर उमर ने कहा कि इस पर नेशनल कॉन्फ्रेंस का नेतृत्व या प्रवक्ता आगे की रणनीति बताएंगे।
उन्होंने कहा, “जो काम हम विधानसभा में नहीं कर पाए, वह हम बाहर करेंगे।”