अब मिलेगा डबल बेड, चांदी की पायल और जरूरी घरेलू सामान
उत्तर प्रदेश (UP) के गाजीपुर में मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना (Chief Minister Collective Marriage Scheme) के अंतर्गत 2025-26 के लिए 788 शादियों का लक्ष्य रखा गया है. एक अधिकारी ने जानकारी देते हुए कहा कि इस बार विवाह समारोह में वधु को 30 ग्राम के चांदी के पायल दिए जाएंगे, जो 65 टंच शुद्धता वाला होगा. इसके लिए प्रत्येक वधु को इससे संबंधित प्रमाण पत्र भी विभाग की तरफ से दिया जाएगा. वहीं अब इस विवाह योजना में बदलाव किया गया है. मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना में अब वधु को उपहार भी मिलेंगे और उस उपहार के शुद्धता के प्रमाण पत्र भी मिलेंगे।
UP मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना में प्रत्येक वधु को 30 ग्राम के चांदी के (paayal) पायल दिए जाएंगे, जो 65 टंच शुद्धता वाला होगा. इसके लिए प्रत्येक वधु को इसकी शुद्धता का प्रमाण पत्र भी विभाग की तरफ से दिया जाएगा. यह गिलट का नहीं बल्कि चांदी का पायल होगा. क्योंकि पूर्व में कई जिलों में इस तरह के मामले सामने आए थे जिसको लेकर अब शासन ने इस तरह के कदम उठाए हैं।
विवाह योजना की राशि बढ़ाई गई
UP मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना जिसमें पूर्व में 51000 रुपए शासन के द्वारा दिए जाते थे, जिसमें गरीब बेटियों की शादी कराई जाती थी. वहीं अब इस राशि को बढ़ाकर एक लाख कर दिया गया है, लेकिन गाजीपुर ही नहीं प्रदेश के कई जिलों में सामूहिक विवाह योजना में कई तरह के गड़बड़ झाले का मामला सामने आया था. जिसको लेकर अब उत्तर प्रदेश सरकार किसी भी तरह के गड़बड़ी के अंदेशा को पहले से भांपते हुए उसके लिए पुख्ता इंतजाम कर रही है. इसी को लेकर इस बार सामूहिक विवाह योजना में जो कन्याओं को शासन की तरफ से चांदी के पायल दिए जाने हैं, उस पायल की शुद्धता प्रमाण पत्र भी कन्या पक्ष या उसके परिवार को दिया जाएगा।
आभूषणों की शुद्धता का मिलेगा प्रमाण पत्र
इसके पहले भी योजना में चांदी के पायल दिए जाने का प्रावधान था. लेकिन बहुत सारे जिलों में नकली चांदी के पायल दे दिए जाते थे. जिसका खुलासा कुछ दिनों बाद हुआ, जब कन्याओं के द्वारा उसे पहना जाने लगा और वह कुछ ही दिनों में काले होने लगे तो इसकी शिकायत विभाग को मिली और शासन तक यह मामला पहुंचा. जिसको लेकर इस बार शासन की ओर से 30 ग्राम चांदी की पायल का 65 टंच शुद्धता वाला प्रमाण पत्र भी परिवार के लोगों को दिए जाने का शासनादेश जारी किया गया है।
मिलेगें अन्य जरूरी सामान
UP : वहीं मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना में सिर्फ पायल ही नहीं बल्कि अन्य कई जरूरत के सामान भी दिए जाने हैं. जिसमें पहले सिंगल बेड दिया जाता था, अब नव दंपतियों को डबल बेड के साथ एक गद्दा तकिया, पांच साड़ी ब्लाउज, पैंट शर्ट, ट्रॉली बैग, वैनिटी किट, 10 लीटर का कूलर, सिंधोरा, कांच की चूड़ियां सहित 25 तरह के ब्रांडेड सामान दिए जाने हैं. वहीं इस योजना के लिए अब गाजीपुर का शासन के द्वारा लक्ष्य भी तय कर दिया गया है. इस लक्ष्य के तहत साल 2025-26 के लिए 788 शादी गाजीपुर जिले में कराए जाने का लक्ष्य जिला समाज कल्याण विभाग को दिया गया है।
अधिकारियों ने दी ये अहम जानकारी
समाज कल्याण अधिकारी राम नगीना यादव ने बताया कि शासन से इस बार निर्देश आया है की कन्याओं को जो चांदी के पायल दिए जाएंगे, उनके साथ उन्हें शुद्धता का प्रमाण पत्र भी दिया जाएगा. साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि पायल के साथ चांदी की बिछिया जो कन्याओं के पैर के उंगली में पहनी जाती है. उसे भी दिया जाना है, जिसका वजन 10 ग्राम का रहेगा।
सामूहिक विवाह योजना क्या है?
सामूहिक विवाह का अर्थ है एक ऐसे विवाह समारोह का आयोजन जिसमें एक ही समय में कई जोड़े विवाह करते हैं। यह योजना सामाजिक सद्भाव को बढ़ावा देने और फिजूलखर्ची कम करने के उद्देश्य से शुरू की गई है, जिसके तहत जोड़ों को वित्तीय सहायता और आवश्यक सामग्री प्रदान की जाती है, जैसा कि उत्तर प्रदेश की मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना में देखा जा सकता है, जहाँ प्रति जोड़े को ₹51,000 तक की सहायता मिलती है।
मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना कब शुरू हुई थी?
मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना की शुरुआत अक्टूबर 2017 में हुई थी. इस योजना का मुख्य उद्देश्य समाज में सद्भाव बढ़ाना, फिजूलखर्ची खत्म करना और विवाह के बंधन में बंधने वाले जोड़ों को वित्तीय सहायता प्रदान करना है।
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