एक युवक नाले में बहा
Hyderabad : हैदराबाद (Hyderabad) में रविवार रात हुई भारी बारिश (Rain) ने आम लोगों का जन जीवन अस्त-व्यस्त कर दिया। टॉलीचौकी में लोगों के बहने की फुटेज सामने आई है। कुछ लोग पानी में बह जाने से अभी भी लापता हैं। हैदराबाद में भारी बारिश के कारण अलग-अलग घटना में तीन लोग लापता हैं। एक व्यक्ति के नाले में बह जाने की घटना सामने आई है। पार्शीगुट्टा निवासी सनी, जो शादीशुदा है और जिसके दो बच्चे हैं। वह पार्शीगुट्टा 44 बस स्टॉप के पास भारी बारिश के पानी में बह गया। उसकी बाइक पार्शीगुट्टा चर्च के पास लगभग आधा किलोमीटर दूर मिली है।
आपदा प्रबंधन टीम ने बड़े पैमाने पर तलाश अभियान शुरू किया है और नाले के किनारे मैनहोल की जांच कर रही है। नामपल्ली क्षेत्र में भी दो व्यक्तियों के नाले में बह जाने से लापता होने की घटना सामने आई है। दोनों की पहचान 26 वर्षीय अर्जुन और 28 वर्षीय रामा के रूप में हुई है। बचाव दल द्वारा खोज अभियान जारी है।
पुलिस का बयान
Hyderabad : पुलिस ने बताया कि यह घटना रात करीब साढ़े आठ बजे अफजलसागर में भारी बारिश के कारण पानी बढ़ने से हुई। सहायक पुलिस आयुक्त (आसिफ नगर संभाग) बी किशन कुमार ने बताया, “भारी बारिश के कारण दो व्यक्ति नाले में बह गए। तलाशी अभियान शुरू कर दिया गया है। अभी तक उनका पता नहीं चल पाया है।” तेलंगाना विकास योजना सोसाइटी ने बताया कि सुबह 8.30 बजे से रात 11 बजे के बीच मुशीराबाद के बौद्ध नगर सामुदायिक भवन में सबसे अधिक 124 मिलीमीटर बारिश हुई, इसके बाद एमसीएच कॉलोनी, लाइब्रेरी बिल्डिंग में 118.5 मिमी और जवाहर नगर सामुदायिक भवन में 114.3 मिमी बारिश हुई। मूसलाधार बारिश के कारण विभिन्न स्थानों पर जलभराव हो गया।
रात से भी भारी बारिश की चेतावनी
शहर के आपदा प्रबंधन कर्मियों, यातायात पुलिस और नागरिक टीमों ने जलभराव वाले क्षेत्रों से पानी बाहर निकाला और यातायात का सुचारू संचालन सुनिश्चित किया। यहां भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के मौसम केंद्र ने चेतावनी दी है कि रविवार रात 08:30 बजे से 15 सितंबर को सुबह 08:30 बजे तक आदिलाबाद, कोमाराम भीम आसिफाबाद, निजामाबाद, जयशंकर भूपालपल्ली, मुलुगु, भद्राद्री कोठागुडेम, जनगांव, सिद्दीपेट, यादाद्री भुवनगिरी, रंगारेड्डी, हैदराबाद, विकाराबाद, संगारेड्डी, मेडक, कामारेड्डी, महबूबनगर और नारायणपेट जिलों में अलग-अलग स्थानों पर भारी वर्षा हो सकती है।
बारिश का असली नाम क्या है?
वायु में मिला जलवाष्प शीतल पदार्थों के संपर्क में आने से संघनन (condensation) के कारण ओसांक तक पहुँचता है। जब वायु का ताप ओसांक से नीचे गिर जाता है, तब जलवाष्प पानी की बूँदों अथवा ओलों के रूप में धरातल पर गिरने लगता है। इसी को वर्षा कहते हैं।
बारिश के भगवान कौन हैं?
इंद्र ( / ˈɪndrə / ; संस्कृत : इन्द्र ) मौसम के हिंदू देवता हैं, जिन्हें हिंदू धर्म में देवों का राजा और स्वर्ग माना जाता है। वे आकाश, बिजली, मौसम, गरज, तूफान, बारिश, नदी के प्रवाह और युद्ध से जुड़े हैं।
अन्य पढ़ें: